उपभोक्ता क्या होता है? | उपभोक्ता के अधिकार, परिभाषा व अर्थ

|| उपभोक्ता क्या होता है? | What is a consumer? | उपभोक्ता और विक्रेता में क्या अंतर है? | What is the difference between consumer and seller? | उपभोक्ता की समस्याएं क्या है? | What are consumer problems? | उपभोक्ता के अधिकार क्या है? | What are the rights of the consumer? | consumer kya hota hain | Upbhokta kise kahete hai ||

हम अपने पूरे दिन की क्रिया में काफी चीजों का उपयोग करते हैं तथा कई चीजों को खान- पान भी करते है, तो ऐसे में हमे इन जरूरतमंद चीजों को बाजार से खरीदना होता है ताकि हम इन वस्तुओं को उपयोग में ला सकते हैं। तो इसी से संबंधित अपने कई शब्द सुने होंगे जैसे – क्रय, विक्रय, उपभोग, उपभोगता और ऐसे काफी शब्द है।

ऐसे ही एक शव्द उपभोक्ता है। कोई भी व्यक्ति जो अपने प्रतिदिन के कामकाज में उसे होने वाली सेवाओं तथा वस्तुओं को किसी से करे करता है तो ऐसे व्यक्ति को हम उपभोक्ता कहते हैं पर इस उपभोक्ता के लिए सरकार ने उसके संरक्षण और सुरक्षा के लिए कई नियम बनाए हैं।

ताकि उनके साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी न हो सके और उनके साथ कोई गलत व्यवहार ना करें।  आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि उपभोक्ता क्या होता है। और एक उपभोक्ता की क्या विशेषताएं होती है तथा इसके अधिकार क्या होते हैं

उपभोक्ता क्या होता है? | What is a consumer?

मानव जीवन में प्रतिदिन उपयोग होने वाली काफी वस्तुएं, जो हम अपनी दिन चर्या में उपयोग में लाते हैं। इन चीजों को बजार से खरीद कर अपने उपयोग में लाने की क्रिया उपभोक्ता कहलाती है। अत: हम साधारण शब्दों में कह सकते हैं, कि हमारी दिनचर्या में उपयोग होने वाली वस्तुयो तथा सेवाओ की पूर्ति करना उपभोग तथा इस प्रक्रिया को उपभोक्ता कहते हैं।उपभोक्ता कोई भी हो सकता है। क्योंकि कोई भी व्यक्ति अपनी जरूरतमंद वस्तु को क्रय करके उसका उपयोग करता है। 

उपभोक्ता क्या होता है उपभोक्ता के अधिकार, परिभाषा व अर्थ

जैसे-जैसे शिक्षा के क्षेत्र में तरक्की हो रही है इससे उपभोक्ता अपने अधिकारों को पहचान पा रहा है कई बार आपने अपने चारों तरफ देखा होगा कि कुछ व्यापारी होते हैं, जो खान – पान की वस्तुएं जैसे- दाल चावल, आटा और शक्कर जैसी चीजों में मिलावट करके उनका विक्रय करते हैं। तो ऐसे में एक जागरूक उपभोक्ता का फर्ज बनता है कि वह उन चीजों को लोगों के सामने लाए और बाकी लोगों को उसके बारे में सही जानकारी प्रदान कराये। 

यदि कोई व्यक्ति किसी बड़ी व्यापारी से या फिर थोक विक्रेता से कोई सामान या फिर कोई वस्तु खरीद कर अपने से छोटे स्तर के विक्रेता को बेचता है तो इस व्यक्ति को हम उपभोक्ता नहीं बोलेंगे क्योंकि यह व्यक्ति भी एक निम्न वर्ग लिए व्यापारी होता है! ना कि उपभोक्ता। जब यह निम्न स्तर का विक्रता किसी जरूरतमंद व्यक्ति को वह वस्तु को बचता है तो उसे उपभोग करने वाले व्यक्ति को हम उपभोक्ता कहते हैं। 

उपभोक्ता और विक्रेता में क्या अंतर है? | What is the difference between consumer and seller?

• उपभोक्ता :-

उपभोक्ता अपनी जरूरत के हिसाब से बाजार से वस्तुओं को खरीदता है और वह उन वस्तुओं को अपने दिनचर्या के उपयोग करता है। 

एक उपभोक्ता को किसी भी वस्तु के या फिर सेवाओं के लिए उचित मूल्य चुकाना होता है और यह वस्तुएं उसके खुद के या फिर उसके अपनों के लिए होती है। 

• विक्रेता :-  

विक्रेता या फिर व्यापारी वह होता है जो दूसरे बड़े विक्रेता हो या फिर उत्पादक कंपनियों से वस्तुओं को खरीद कर उपभोक्ता तक पहुंचना है उसे विक्रेता कहते हैं। 

विक्रेता द्वारा क्रय की गई वस्तुएं सिर्फ  विक्रय के लिए होती है ना कि उसके अपने उपयोग के लिए, हालांकि वह उन वस्तुओं को अपने लिये उपयोग में ले सकते हैं। 

विक्रेता वस्तुओ को बाजार के माध्यम से बेचता है लेकिन आज के समय में विक्रय के लिए विक्रेता ऑनलाइन शॉपिंग सिस्टम पर कई तरह से वस्तुओ को बेच रहे हैं।

उपभोक्ता की विशेषताएं क्या होती हैं? | What are the characteristics of the consumer?

किसी भी उपभोक्ता को चाहिए कि वह अपने उपयोग में होने वाले वस्तुओं को अपने धन के हिसाब से खरीददारी करें। जब कोई व्यक्ति अपने आप को अच्छा दिखाने के लिए अपने धन को गलत इस्तेमाल करता हूं ऐसे में एक उपभोक्ता को चाहिए कि वह अपने विवेक का इस्तमाल करे। उसके लिए उपभोक्ता में कुछ विशेषताएं आवश्यक है जैसे- 

• वस्तु और सेवाओं का उपयोग :-

एक उपभोक्ता अपने प्रतिदिन की क्रिया में इस्तेमाल होने वाली वस्तुएं तथा दिनचर्या से संबंधित सेवाएं दोनों ग्रहण करता है जिसके लिए उसे कुछ उचित मूल्य चुकाना होता है एक उपभोक्ता को वस्तु और सेवाओं दोनों का उपयोग करता है। 

• उपभोक्ता और क्रेता :-

उपभोक्ता के बारे में जानकारी होता है हमें यह नहीं जानना होता है कि उपभोक्ता पात्रता में क्या अंतर होता है यदि हम कोई वस्तु अपने इस्तेमाल के लिए जब बाजार से खरीदते हैं तो हम उपभोक्ता होते हैं इसके उपरांत यदि कोई व्यक्ति बाजार से कोई वस्तु खरीद कर बेचता है तो मैं व्यक्ति क्रेता कहलाता है।

• सतर्कता :-

उपभोक्ता को सतर्क होना अनिवार्य है! यदि कोई व्यक्ति जब किसी दुकान से कोई वस्तु खरीदना है तो उसे व्यक्ति को चाहिए कि मैं उसे वास्तु के बारे में जानकारी ले ताकि उसके साथ कोई फ्रॉड ना हो सके। उपभोक्ता कभी भी खरीदारी कर सकते हैं, किसी भी उपभोक्ता के लिए खरीदारी के लिए कोई आपत्ति नहीं होती है। अपने उपयोग के हिसाब से जब किसी भी व्यक्ति को किसी भी वस्तु की आवश्यकता होती है तो वह किसी भी वस्तु को खरीद सकता है। 

• उचित जानकारी :-

किसी भी उपभोक्ता को चाहिए कि वह कोई भी वस्तु खरीदने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी ले ताकि उसको उसे वस्तु से संबंधित कोई भी परेशानी न उठानी पड़े। जब हम बाजार से कोई वस्तु खरीदने हैं तो हमें उसका मूल्य चुकाना होता है और यदि हमें उसे वस्तु की बारे में जानकारी नहीं होगी तो हो सकता है विक्रेता हमसे उसे वस्तु का अधिक मूल्य चार्ज करें इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए हमें वस्तुओं के बारे में उचित जानकारी होना आवश्यक है।

उपभोक्ता की समस्याएं क्या है? | What are consumer problems?

आज के समय में व्यक्ति लालच के आगे दूसरों के बारे में सोचना भी भूल जाता है ऐसे में कई बार कुछ व्यापारी अपनी ज्यादा फायदा के लिए चीजों को गलत तरह से बेचते हैं, जोकि उपभोक्ता की समस्या बन गई है। कई बार व्यापारी अपने ज्यादा लालच के कारण नैतिक ज्ञान भी भूल जाता है! कि इससे किसी भी व्यक्ति उपभोक्ता के लिए कितनी हानि हो सकती है। इसी लालच के कारण के लिए कई समस्याएं उत्पन्न हो गई है जो कि कुछ इस प्रकार है- 

• मिलावट :-

कई बार छोटे तथा बड़े व्यापारी अपने ज्यादा फायदा फायदा के कारण खान पान की वस्तुयों में मिलावट करने शुरू कर देते हैं। यह उपभोक्ता के लिए बहुत बड़ी समस्या बन गई क्योंकि इन्ही कारणों से उपभोक्ता कभी-कभी किसी बीमारी का शिकार हो जाते हैं। इसका एक बड़ा उदाहरण आपने आजकल दूध में मिलावट होती है कि कैसे दूध बेचने वाला व्यक्ति अपने ज्यादा फायदा के लिए दूध में पानी तथा कई प्रकार की केमिकल मिलाकर बेचता है!

जो कि कहीं ना कहीं हमारे लिए हानिकारक है इसमें व्यक्ति को आर्थिक नुकसान तो होता है साथ ही साथ शारीरिक विकृतियों भी उत्पन्न होने लगती है। अत: हमें चाहिए की हमारे आस पास के लोगों को, हम इसके प्रति आवाज उढ़ाये और इसे खतम करें। 

• नापतोल में गड़बड़ी :-

नापतोल में गड़बड़ी भी उपभोक्ता के लिए एक बड़ी समस्या बन रही है नापतोल की इकाई जैसे किलोग्राम, ग्राम, मी मिलीमीटर और सेंटीमीटर। कुछ व्यापारी अधिक धन की लालसा में आ जकल उपभोक्ताओं के साथ फ्रॉड करने लगे हैं जैसे यदि कोई व्यक्ति एक किलोग्राम चीनी खरीदना है तो ऐसे मे विक्रेता वजन के यंत्र मे वादलाब कर देता हैं, ऐसे उपभोक्ता को उसे मूल्य की वस्तु पर कम वजन की वस्तु मिलती है। तो नापतोल में गड़बड़ी हुई हमारे लिए एक बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है। 

• विज्ञापन :-

जैसा कि हमने अपने चारों तरफ देखा होगा की कई कंपनियां अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए उन चीजों को अपने नॉर्मल इफेक्ट से ज्यादा दिखती है जो कि कहीं ना कहीं हमें भ्रमित करते हैं और हम उन वस्तुओं को खरीदने के लिए आकृषित हो जाते हैं। जो शायद कभी-कभी हमारे लिए सही नहीं होती, ऐसी नेगेटिव प्रमोशन हमारे लिए एक समस्या बनती है तो भ्रांतियां कई वस्तुयो और सेवाओ में समस्या उत्पन्न करती हैं। 

• करो में हेरा-फेरी :-

कुछ व्यापारी ज्यादा प्रॉफिट के चक्कर में कुछ वस्तुओं पर रिलेबलिंग कर कर उन पर अधिक टैक्स या फिर अधिक मूल लेने लगते हैं! जिससे कि एक उपभोक्ता को आर्थिक नुकसान होता है कई बार व्यापारी इन करो मे बदलाब करके उपभोक्ता से प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष कर दोनों ले लेते हैं जिससे कि उपभोक्ता पर डबल कर देना होता है और उसके लिए मैं वस्तु काफी अपने मूल से अधिक महंगी पड़ती है। जो कि कर में हेरा – फेरी की वजह से होता है। 

• अभद्र व्यवहार :-

कई बार बाजार में जब हम व्यापारी द्वारा कर रहे गलतियों का विरोध करते हैं तो ऐसे में सारे व्यापारी इकट्ठे हो जाते हैं और उपभोक्ता के साथ अभद्र व्यवहार करने लगते हैं ऐसे में उपभोक्ता को आशिष्ठता का सामना करना होता है! कई बार तो यदि कोई उपभोक्ता अपने अधिकार की बात करता है तो उसकी आवाज को भी दबा दिया जाता है क्योंकि यह संगठित व्यापारियों का संगठन उनको बोलते नहीं देता है। 

• मूल्य वृद्धि :-

कई बार अपने व्यापारियों को देखा होगा कि वह वस्तुओं की मूल्य को मैंने अपलोड कर कर उन वस्तुओं के मूल उनकी करंट मूल्य से बड़ा कर ज्यादा धनराशि में विग्रह शुरू कर देते हैं

उपभोक्ता के अधिकार क्या है? | What are the rights of the consumer?

आज के समय जब हम बाजार से कोई वस्तु खरीदने जाते हैं तो सरकार द्वारा आम नागरिक को कई अधिकार दिए गए हैं जिसमें वह किसी भी किसी वस्तु का मोल भाव तथा उसके बारे में सही और गलत के बारे मे सुनिश्चित कर सकता है यदि उसे कोई डाउट होता है तो मैं इसके प्रति शिकायत भी कर सकता है.

और आज के इस बदलते दोर में जहां लोग शिक्षा के प्रति अग्रसर हो रहे हैं तो ऐसे मैं ज्यादातर लोग अपने अधिकारों के बारे में जानते हैं। अत: हमें चाहिए की जो लोग पढ़ नहीं पाएंगे उनको हमें इसके बारे में बताना चाहिए हमारी सरकार ने उपभोक्ता के अधिकार के लिए पॉलिसीज बनाई है जो हमारे बाजार से खरीद- दारी की वस्तुओं मे मदद कर सकते है। 

• सुरक्षित सामग्री का अधिकार :-

यदि कोई व्यक्ति बाजार से कोई वस्तु खरीदना है और उसमें किसी भी प्रकार की अनौपचारिक समस्या दिखाई देती है तो ऐसे में हम विक्रेता के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं यदि किसी वस्तु में कोई मिलावट या फिर उसके मूल्य में कोई छेड़खानी दिखती है तो हमें एकजुट होकर उसका बहिष्कार कर उसे कंपनी को एक सबक शिखना चाहिए! ताकि वह आगे से इन चीजों का पूरी तरह से ध्यान रखें। 

• उत्पादक वस्तुओं के बारे में सूचना का अधिकार :-

यदि आप कोई वस्तु बाजार से खरीदते हैं तो आपका अधिकार है की आपको उसे वास्तु के बारे में पूरी जानकारी ले सकते हैं कोई भी वस्तु खरीदने से पहले आप उसमें उपयोग हुई चीजों तथा उसके मूल्य या फिर उसकी सेवाओं के बारे में पूरी जानकारी उसे विक्रेता से ले सकते हैं और यह आपका है अधिकार है। यदि अगर मार्केट में कोई नई वस्तु आती है तो आप विक्रेता से उसके बारे में जानकारी ले सकते हैं की क्या उपयोग और क्या सावधानियां में बरतनी चाहिए। 

• हरजाना या फिर मुआवजा :-

आपके द्वारा खरीदी गई किसी भी वस्तु में यदि कोई त्रुटि या फिर कोई मिलावट होती है जिससे कि आपको कोई नुकसान होता है तो ऐसे में आपका अधिकार है कि आप उस बदले उसे विक्रेता से हर जाना या फिर मुआवजा की मांग कर सकते हैं। यदि आपने कोई वस्तु खरीदी है और उसे व्यक्ति और उसे वस्तु से आपके लिए कोई हानि होती है तो आप ऐसी स्थिति में भी उसे कंपनी के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं हरि आपका अधिकार है। 

जागरूकता :-

किसी भी उपभोक्ता को चाहिए कि वह जागरूक रहे ताकि बाजार में चल रही चीजों के बारे में उसे जानकारी हो और मैं किसी भी तरह के फ्रॉड या फिर किसी भी तरह के मिलावटी झंझट मन पड़े। 

• विक्रेता द्वारा क्रय वस्तु कि रसीद :-

जब हम किसी व्यापारी या फिर विक्रेता से कोई भी वस्तु खरीदते हैं तो हमें चाहिए कि हम उस वस्तु से संवंधित रशीद लेना आवश्यक है ताकि यदि भविष्य में हमें किसी भी तरह की गारंटी क्लेम करनी है तो हम अपने अधिकारों को स्पस्ट कर सकें। 

• उपभोक्ता के दायित्व :-

किसी भी उपभोक्ता को चाहिए की वह इन सभी बातों को हमेशा याद रखें। और एक उपभोक्ता का यह भी दायित्व भी बनता, यदि हम कोई वस्तु उधार खरीदते तो हमे उस वस्तु का मूल्य समय पर वापस करना चाहिए। इसक अलावा बाजार मे चल रहे भ्रांतियों को भी खतम करनी चाहिए।

Upbhokta kise kahete hai Related FAQ

उपभोक्ता कौन होता है ? 

जब कोई व्यक्ति अपनी जरूरत की वस्तुओं को बाजार से क्रय करता या फिर खरीदता है, तो उसे व्यक्ति को उपभोक्ता कहते हैं। 

उपभोक्ता को अंग्रेजी में क्या कहते है? 

उपभोक्ता को अंग्रेजी में कंज्यूमर (consumer) कहते हैं। 

उपभोक्ता अपनी शिकायत कहां कर सकता है? 

उपभोक्ता शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 1800 11 4000 या 1915 पर कर सकता है! इसका समय सुबह 9:30 से  5:30 तक होता है। उपभोक्ता यह कॉल नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन पर करता है। 

उपभोक्ता से संबंधित काम- काज कौन सी मिनिस्ट्री संभलती है? 

उपभोक्ता से संबंधित कामकाज मिनिस्ट्री ऑफ़ कंस्यूमर अफेयर्स मैनेज करता है! 

उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम क्या है?

सन 1986 में उपभोक्ताओं की शिकायतों को निवारण के लिए सरकार ने 1986 उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत जिला में एक कंज्यूमर कोर्ट को स्थापित किया था इस कोर्ट में आप किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या फिर किसी भी विक्रेता या व्यापारी द्वारा किए गए गलत व्यवहार क्या आपकी कार्य का पैसा न देने की शिकायत कर सकते हैं। 

राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस कब मनाया जाता है? 

भारत सरकार द्वारा 28 दिसंबर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस मनाया जाता है। 

भारत में उपभोक्ता के अधिकार क्या है? 

 चुनने का अधिकार, सूचना का अधिकार, सुरक्षा का अधिकार, निवारण का अधिकार, और भी कुछ अधिकार हैं, जो उपभोक्ता को सुरक्षा प्रदान करता है।

निष्कर्ष :-

आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम जाना कि उपभोक्ता क्या होता है तथा एक उपभोक्ता की क्या विशेषताये, समस्याएं तथा अधिकार किया गया है। इस आर्टिकल के माध्यम से हमने एक उपभोक्ता को क्या-क्या करना चाहिए और क्या-क्या ना करना चाहिए यह भी बताया है। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो ऐसे अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें।

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