ट्रेजरी बिल क्या है और कैसे खरीदें? | ट्रेजरी बिल कितने प्रकार के होते है? | Treasury Bill in Hindi

यदि आप स्टॉक मार्केट में निवेश (Investment) करते हैं तो आपको ट्रेजरी बिल के बारे में अवश्य पता होगा लेकिन यदि आपको ट्रेजरी बिल क्या है? (What is a Treasury bill?) और इसे कैसे खरीदें? के संबंध में जानकारी नहीं है तो आपके लिए हमारा यह आर्टिकल बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है। क्योंकि इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम आप सभी के लिए भारत सरकार के द्वारा धन एकत्रित करने हेतु वित्तीय बाजार (Financial markets) में लागू किए जाने वाले ट्रेजरी बिल के बारे में बताने जा रहे हैं।

जिससे भारत सरकार के द्वारा शार्ट टर्म फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट (Short term financial instrument) के रूप में जारी किया जाता है। असल में T-Bill केंद्र सरकार के द्वारा अस्थाई आवश्यकता की पूर्ति हेतु धन जुटाने के लिए रीपेमेंट गारंटी (Repayment guarantee) के साथ जारी किया जाता है। यह बिल स्टॉक मार्केट एवं अन्य निवेश (Stock market and other investments) में होने वाले जोखिम को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है।

लेकिन अभी भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्हें ट्रेजरी बिल क्या होता है? (What is a Treasury bill?) के संबंध में अधिक जानकारी नहीं है इसलिए अगर आप भी ट्रेजरी बिल के संबंध में और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो अंतः इस आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़िए।

ट्रेजरी बिल क्या होता है? (What is a Treasury bill?)

आगे बढ़ने से पहले चलिए ट्रेजरी बिल क्या होता है? (What is a Treasury bill?) के संबंध में जान लेते हैं आप सभी यह बात भली-भांति जानते हैं कि जब भी लोग अपना पैसा इन्वेस्ट (Money invest) करते हैं तो वह अलग-अलग गवर्नमेंट से सिक्योरिटी प्राप्त करते हैं ट्रेजरी बिल भी एक प्रकार के सरकारी सुरक्षा (Government security) है जो इन्वेस्टमेंट के लिए ही नहीं बल्कि बेहतर रिटर्न का एक अच्छा ऑप्शन (Option) माना जाता है।

ट्रेजरी बिल क्या है और कैसे खरीदें ट्रेजरी बिल कितने प्रकार के होते है Treasury Bill in Hindi

टी-बिल को भारत सरकार के द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक के माध्यम से सममूल्य छूट (Par discount) एवं निवेशकों के लिए उनके द्वारा किए गए निवेश पर बचत एवं सिक्योरिटी (Savings and security) के लिए जारी किया जाता है। भारत सरकार के द्वारा ट्रेजरी बिल (Treasury bills) को तब लांच किया जाता है.

जब सरकार को कम समय के लिए पैसे की जरूरत होती है और इस पर सरकार द्वारा ब्याज प्रदान किया जाता है। अगर आप भी ट्रेजरी बिल के प्रकार और इससे खरीदने की प्रक्रिया के बारे में नहीं जानते हैं तो आपको Post को पूरा जरूर पढ़ना चाहिए।

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ट्रेजरी बिल कैसे काम करते हैं? (How do Treasury Bills work?)

ट्रेजरी बिल को केंद्र सरकार के द्वारा शॉर्ट टर्म फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट (Short term financial instrument) के रूप में जारी किया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ट्रेजरी बिल (T-Bill) पर किसी प्रकार का ब्याज नहीं मिलता बल्कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के द्वारा इन्हें स्ममुल्य छूट (Discounts) पर खरीदा जाता है।

भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा ट्रेजरी बिल के परिपक्व (Mature) होने के आधार पर प्रत्येक सप्ताह के शुक्रवार (Friday) को 14 दिन और 91 दिनों के उपरांत टी-विल की नीलामी (Auction) की जाती है वही 182 और 364 दिनों के ईविल की नीलामी हर महीने के दूसरे सप्ताह के बुधवार को की जाती है।

ट्रेजरी बिल के प्रकार (Types of treasury bills)

ट्रेजरी बिल में निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं अगर आप ट्रेजरी बिल या टी-बिल के प्रकार के बारे में जानना चाहते हैं तो इसकी जानकारी नीचे उपलब्ध कराई गई है-

Ad Hoc bills

इस प्रकार के ट्रेजरी बिल आम जनता के लिए जारी नहीं किए जाते हैं इन्हीं केवल सरकारी एजेंसी अथवा विदेशी केंद्रीय बैंक अपनी आस्था अधिशेष का प्रबंध करने हेतु एक निवेश आउटलेट के रूप में करते हैं।

Ordinary bills

यह ट्रेजरी बिल कमर्शियल बैंक के द्वारा अपने अधिशेष का एक हिस्सा निवेश करने के लिए आम जनता को बेचे जाते हैं यही कारण है कि इन्हें विपणन योग्य कहा जाता है जिसे कोई भी व्यक्ति बड़ी आसानी से करी सकता है।

ट्रेजरी बिल के लाभ

  • अगर आप भारतीय स्टेट बैंक द्वारा नीलाम किए जाने वाले ट्रेजरी बिल को खरीद लेते हैं तो आपको कई सारे लाभ प्राप्त होंगे चलिए ट्रेजरी बिल के लाभ के बारे में जानते हैं-
  • ट्रेजरी बिल को खरीदने के पश्चात आप बेहतर रिटर्न के साथ बिना रिस्क के Government security प्राप्त कर सकते हैं।
  • यह इन्वेस्टमेंट करने का सेफ और सबसे Secure investment option माना जाता है।
  • इसमें केवल केंद्र सरकार ही दखल दे सकती है राज्य सरकार का T Bill पर कोई अधिकार नहीं होता है।
  • यह पूरी तरह से Risk free होते हैं क्योंकि इन्हें भारत सरकार द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा जारी कराया जाता है।
  • शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट करने वाले लोगों के लिए ट्रेजरी बिल एक बेहतरीन option है क्योंकि इसमें आप कम समय में गारंटी के साथ Income प्राप्त कर सकते हैं।

ट्रेजरी बिल कैसे खरीदें? (How To Buy T-Bills)

अगर आप ट्रेजरी बिल खरीदना चाहते हैं तो आप बड़ी आसानी से इसे एनएसई (NSE) की वेबसाइट या फिर ऐप के माध्यम से खरीद (Buy) सकते हैं लेकिन एनएसई से खरीदने की बहुत ही लंबी प्रोसिस है। परंतु आप उसे स्टॉक ब्रोकर से खरीदकर आसानी से अपने डीमेट अकाउंट (Demat Account) में ट्रांसफर कर सकते हैं।

अगर आपका डिमैट अकाउंट खुला हुआ नहीं है तो आप बड़ी आसानी से अपने मोबाइल नंबर (Mobile number) की सहायता से डिमैट अकाउंट ओपन कर सकते हैं डिमैट अकाउंट में t-bills को खरीदने का सबसे बड़ा फायदा (Advantage) यह है कि आप इसकी अवधि खत्म होने से पहले ही से बेच सकते हैं और अधिक प्रॉफिट कमा सकते हैं।

Treasury bill related FAQs

क्या ट्रेजरी बिल्स राज्य सरकार के द्वारा जारी किए जाते हैं?

जी नहीं ट्रेजरी बिल को केवल केंद्र सरकार द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक की सहायता से जारी किया जाता है।

ट्रेजरी बिल कितने अवधि के लिए जारी किए जाते हैं?

रिजर्व बैंक के द्वारा ट्रेजरी बिल यानि टी बिल 91, 182 तथा 364 दिनों की अवधि के लिए जारी किए जाते हैं।

क्या ट्रेजरी बिल पर इनकम टैक्स देना पड़ता है?

जी हां यदि आप ट्रेजरी बिल में इन्वेस्ट करते हैं तो आपको इनकम टैक्स देना होगा ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार शेयर्स को खरीदने और बेचने पर टैक्स देना पड़ता है।

ट्रेजरी बिल कहां से खरीद सकते हैं?

अगर आप शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए ट्रेजरी बिल खरीदना चाहते हैं तो आप इन्हें एनएसई की वेबसाइट या फिर स्टॉक ब्रोकर के माध्यम से बड़ी आसानी से खरीद सकते हैं।

निष्कर्ष

वर्तमान समय में स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट कर के लोग काफी रुपए कमा रहे हैं लेकिन अगर आप शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट करके पैसे कमाना चाहते हैं तो आप ट्रेजरी बिल खरीद सकते हैं। अगर आपको ट्रेजरी बिल क्या है? के संबंध में जानकारी नहीं है तो आज हमने आप सभी के लिए इस पोस्ट के माध्यम से ट्रेजरी बिल से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराई है. आशा करते हैं आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा।

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