मधुमक्खी पालन योजना आवेदन फॉर्म, मधुमक्खी पालन योजना, मधुमक्खी पालन लोन योजना
दोस्त आज इस आर्टिकल के माध्यम से आपको मधुमक्खी पालन योजना के बारे में बताएंगे| आपको पता ही है कि भारत में शहर और मधुमक्खी पालन का बहुत ही पुराना इतिहास है| शहद पहाड़ियों का था गुफाओं में रहने वाले और वनों में निवास करने वाले लोगों का प्राचीन समय में खाया गया पहला मीठा भोजन था| मधुमक्खियों द्वारा उत्पाद शहद को जो है काफी जगह प्रयोग में लाया जाता है| उसे दैवीय व्यापार हेतु मधुमक्खियों के छत्ते की खोज की गई थी| आज के समय में मधुमक्खियों के शहद द्वारा बहुत ज्यादा आयुर्वेदिक दवाइयों का निर्माण किया जाता है|
update-आज इस आर्टिकल के माध्यम से आपको मधुमक्खी पालन योजना के बारे में बताएंगे|भारत में शहर और मधुमक्खी पालन का बहुत ही पुराना इतिहास है| आज हम आपको बताएंगे कि आप किस प्रकार इस योजना का लाभ उठा सकते हैं| तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा तथा ध्यानपूर्वक पढ़ें|
मधुमक्खी पालन योजना आवेदन फॉर्म
मधुमक्खी पालन योजना आवेदन फॉर्म
भारत में अधिकतर मधुमक्खी पालन जो है जंगलों पर धारित होता है| उत्तर प्रदेश में मुक्ति पालन ना केवल मधु उत्पाद में वृद्धि के लिए जरूरी है,बल्कि मद रफी द्वारा निवाई जाने वाली जैविक आर्थिक भूमि को भी दृष्टि से हो सकता है| राज्य में उत्पादन उदया रखते हुए मधुमक्खियों द्वारा पॉलिनेशन अर्थात परागण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण है, इसी वजह से जो राज्य सरकार द्वारा मधुमक्खी उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए मुख्यमंत्री मधु विकास योजना शुरू की है|
देश के वीर वर्गों के मूलनिवासी विशेष रूप से महिला व शारीरिक रूप से आश्रम किसानों को सहायता प्रदान की जाएगी| इस योजना के अंतर्गत मधुमक्खी पालन करने वाले 50 लाभार्थी को ₹2000 प्रति वर्ष की लागत से 80% लागत राशि अर्थात 16 सो रुपए प्रतिवर्ष प्रदान किए जाएंगे|