आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपको सिम पोर्ट करने के कुछ तरीकों के बारे में बतायेंगे जिससे आप बिना अपना नंबर बदले एक मोबाइल कंपनी से किसी दूसरी कंपनी में जा सकते है। किसी भी एक मोबाइल कंपनी को छोड़ के किसी और मोबाइल कंपनी में जाने की इस प्रोसेस को पोर्ट ”PORT” करना कहा जाता है।
सिम पोर्ट की सर्विस उन कस्टमर्स के लिए काफी अच्छी होती है जो एक राज्य से किसी दूसरे राज्य में रहने लगते है क्योंकि किसी भी मोबाइल कंपनी के मोबाइल रिचार्ज किसी स्टेट के अनुसार होते है जिस कारण किसी दूसरे राज्य में जाने से मोबाइल का टैरिफ काम नही करता है जिसके कारण कस्टमर्स को काफी परेशानी होती है।
देश के नागरिको की इस समस्या को खत्म करने के लिए और इसी लिए भारत सरकार द्वारा 2011 में SIM PORT सेवा की शुरुआत की गयी थी और तब से लेकर आज तक कोई भी यूजर Telecom Regulatory Authority of India के नियमानुसार अपनी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी बदल सकता है। मोबाइल सिम पोर्ट से सम्बंधित जानकारी लेने के लिए आप इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
सिम पोर्ट क्या है? | What is SIM PORT?
जब कोई यूजर बिना अपना नंबर बदले Telecom Regulatory Authority of India के नियमानुसार अपनी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी को छोड़कर किसी अन्य मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी को ज्वाइन कर लेता है। तो इस प्रोसेस को सिम पोर्ट करना कहा जाता है।
देश में चलने वाली किसी भी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी के लिए सभी जरुरी नियम और क़ानूनी कार्यवाही के लिए Telecom Regulatory Authority of India को बनाया गया है जिसको TRAI भी कहा जाता है। TRAI ने ही 2011 में अपना नंबर बदले बिना मोबाइल कंपनी बदलने के लिए सिम पोर्ट का नियम बनाया था।
सिम पोर्ट कैसे काम करता है? | How does SIM PORT Process Work
अगर आप सिम पोर्ट के काम करने की प्रोसेस के बारे में जानना चाहते है तो आपको बता दूँ कि सिम पोर्ट कराने के लिए Telecom Regulatory Authority of India ने कस्टमर्स और मोबाइल कंपनियों के लिए कुछ बनाये है जिसके अनुसार ही किसी कस्टमर का नंबर पोर्ट किया जाता है।
इसके लिए सबसे पहले कस्टमर को अपने फ़ोन से अपने porting कोड को generate करने के लिए एक मेसेज करना होता है जिसके बाद कस्टमर को उस मोबाइल कंपनी के रिटेल ऑफिस में जाना होता है और अपने जरुरी डाक्यूमेंट्स देने होते है जिसके बाद वह कंपनी आपकी पुरानी कंपनी को आपकी porting request सेंड करता है और उसके बाद 3 से 4 दिन में आपकी सिम पोर्ट हो जाती है।
सिम पोर्ट करने के लिए जरुरी नियम | Important Rules for SIM PORT
सिम पोर्ट कराने के लिए Telecom Regulatory Authority of India द्वारा कुछ नियम बनाये गये है अगर आप इन नियमों को फॉलो करते है तभी आपका नंबर दूसरी कंपनी में पोर्ट हो सकता है।
- आपका नंबर वर्तमान कंपनी में कम से कम 90 दिन या इससे अधिक पुराना होना चाहिए।
- आपकी वर्तमान कंपनी का आपके अकाउंट पर किसी तरह की कोई धनराशि बकाया नही होनी चाहिए।
- सिम जिसके नाम पर पोर्ट कराना चाहते है उसकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
सिम पोर्ट कैसे करें? | How Port Your SIM Card
अगर आपको अपनी वर्तमान मोबाइल कंपनी में अच्छी सुविधाएं नही मिल रही है या फिर आपकी वर्तमान सिम में आपके एरिया में अच्छे नेटवर्क नही आते है तो आप उस कंपनी में अपनी सिम पोर्ट करवा सकते है जिससे आपको होने वाली परेशानी खत्म हो जाएगी। अगर आप भी अपनी सिम पोर्ट करवाना चाहते है तो आप नीचे दी जा रही प्रोसेस को फॉलो करके अपनी सिम किसी भी कंपनी में पोर्ट करवा सकते है।
सिम पोर्ट करने के लिए Porting Code Generate करें? | Generate UPC code for SIM Card PORT
आप चाहे किसी भी कंपनी में सिम पोर्ट करवाना चाहे लेकिन यह प्रोसेस आपको फॉलो करना ही पड़ेगा इसके बाद ही आपका सिम किसी दूसरी कंपनी में पोर्ट हो सकता है। अपने नंबर का porting कोड generate करने के लिए आपको सबसे पहले अपने नंबर से “PORT आपका मोबाइल नंबर” लिखना होगा और इस मेसेज को 1900 पर भेज देना होगा।
मेसेज भेजने के बाद आपके मोबाइल नंबर पर 1901 नंबर से आपका porting कोड प्राप्त हो जायेगा जो 4 दिन तक वैध होता है। अगर आप कोड generate करने के 4 दिनों के अन्दर आप किसी दूसरी कंपनी में porting कोड के लिए request नही देते है तो आपको फिर से अपना कोड generate करना होता है।
नजदीकी स्टोर जाए | Visit Nearest Store
अब इसके बाद आपको अपने नजदीकी उस स्टोर पर जाना होगा जिस कंपनी में आप अपना नंबर पोर्ट करवाना चाहते है। वहां उस स्टोर पर विजिट करने के बाद आपको अपने किसी पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस को ले जाना होगा।
अब आपको सिम पोर्ट के लिए एक एप्लीकेशन को फिल करना होगा और अपना porting कोड उसको बताना होगा। आज के समय में यह सारा प्रोसेस ऑनलाइन होता है इसलिए उस स्टोर का एक एम्प्लोयी आपका यह एप्लीकेशन ऑनलाइन फिल कर देगा और आपका एक फोटो ले लेगा।
नयी सिम प्राप्त करें | Get New SIM Card
सिम porting का फॉर्म फिल करने के बाद स्टोर का एम्प्लोयी आपको एक नी सिम देगा और आपको बतायेगा कि आपका नंबर कब तक पोर्ट हो जायेगा। वैसे आपको वह सिम अपने फ़ोन में तब डालनी होती है जब आपकी वर्तमान सिम में नेटवर्क आने बंद हो जाते है।
नया सिम डालें और एक्टिवेट करें | Inset New SIM Card and Activate
जब आपकी वर्तमान सिम में नेटवर्क आना बंद हो जाये तो आपको यह नई सिम डालनी होती है और इस सिम को स्टोर के एम्प्लोयी द्वारा बताये गये नंबर पर कॉल करनी होती है और अपना नंबर एक्टिवेट करना होता है। नंबर एक्टिवेट करने बाद आप सभी मोबाइल सर्विसेज का आनंद ले सकते है।
sim port Related FAQ
सिम पोर्ट करने के लिए सिम कितनी पुरानी होनी चाहिए?
किसी भी कंपनी में अपना सिम पोर्ट करवाने के लिए आपका वर्तमान कंपनी में 90 दिन या इससे अधिक का समय होना चाहिए।
क्या सिम पोर्ट करने में पैसे खर्च होते है?
हाँ, अगर आप किसी रिटेल स्टोर पर अपना सिम पोर्ट करवाते है तो 25 रुपये तक देने होते है। लेकिन ऑफिसियल स्टोर पर आपको सिम पोर्ट का कोई चार्ज नही देना पड़ता है।
सिम पोर्ट करने के लिए UPC कोड कैसे generate करें?
अगर आप सिम पोर्ट कराने के लिए कोड generate करना चाहते है तो आप PORT Space आपका मोबाइल नंबर लिखकर उसको 1900 पर सेंड करके अपना porting कोड generate कर सकते है।
सिम कैसे पोर्ट करें?
अगर आप आपना सिम पोर्ट करना चाहते है तो आप ऊपर आर्टिकल में दी गयी प्रोसेस को पढ़कर अपनी सिम पोर्ट कर सकते है।
सिम पोर्ट करने के लिए कौन कौन से दस्तावेज होने चाहिए?
सिम पोर्ट करने के लिए आपके पास आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस में से किसी एक का होना जरुरी है।
निष्कर्ष
तो यह था हमारा आज का आर्टिकल जिसमें हमनें आपको सिम को पोर्ट कैसे करें? | किसी भी सिम नंबर को पोर्ट कैसे करें? | 3 आसान तरीके जैसी महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराया हैं। मैं उम्मीद करता हूँ कि दी गयी जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित रही होगी।