|| ज्वालामुखी किसे कहते हैं? | jwalamukhi kise kahte Hai in Hindi | ज्वालामुखी से बचने के उपाय (Tips to avoid volcanoes | ज्वालामुखी के प्रभाव | ज्वालामुखी विस्फोट से क्या होता है? | ज्वालामुखी विस्फोट से बचने के लिए क्या करें? | भारत का सक्रिय ज्वालामुखी किस द्वीप में स्थित है? ||
आप सभी ने कभी न कभी ज्वालामुखी का नाम जरुर सुना होगा और हमारे बीच कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपनी आंखों से ज्वालामुखी देखा भी होगा लेकिन अधिकांश लोगों को इस रहस्य में प्राकृतिक गतिविधि के बारे में जानकारी ही नहीं है जिसे ज्वालामुखी कहा जाता है। अगर आप हमारे इस ब्लॉक पोस्ट पर ज्वालामुखी किसे कहते हैं? (jwalamukhi kise kahte Hai in Hindi).
इसके प्रभाव, प्रकार, बचाव के उपाय इत्यादि के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आज इस ब्लॉक पोस्ट में हम ज्वालामुखी के बारे में विस्तार से जानेंगे और ज्वालामुखी के कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जानने का प्रयास करेंगे। साथ ही साथ हम जानेंगे कि ज्वालामुखी का मानव जीवन पर किस प्रकार से प्रभाव पड़ता है तो आइए ज्वालामुखी के संबंध में जानने की अपनी इस यात्रा को प्रारंभ करते है-
ज्वालामुखी किसे कहते हैं? (jwalamukhi kise kahte Hai in Hindi)
यदि आपने ज्वालामुखी देखा है तो आप जानते ही हैं कि ज्वालामुखी एक प्रकार का क्षेत्र या दरार होती है जिससे होकर पृथ्वी के अंदर मौजूद जैसे तरल लव पत्थर के टुकड़े धूल इत्यादि बाहर निकलता है। आज के समय में आधुनिक विज्ञान ज्वालामुखियों को प्रकृति का सुरक्षा कावज भी मानता है क्योंकि ज्वालामुखी क्रियो के कारण ही पृथ्वी के आंतरिक भाग में मौजूद मैग्मा एवं उत्पन्न कैसे लावा के माध्यम से निकलकर शीतल हो जाती है।
जब ज्वालामुखी में मैग्मा में सिलिकॉन की मात्रा बहुत अधिक हो जाती है तब ज्वालामुखी विस्फोट जैसी घटनाएं देखने को मिलती हैं। जब एक ज्वालामुखी फटता है तो इसके प्रभाव से आसपास के क्षेत्र ही नहीं बल्कि हजारों किलोमीटर तक भूकंप के झटके महसूस होते है अर्थात ज्वालामुखी भूकंप को रोकने में एक सुरक्षा कवच की तरह कार्य करता है।
आगे हम आपको ज्वालामुखी के प्रकार, ज्वालामुखी के कारण, ज्वालामुखी के प्रभाव और इससे बचाव के उपाय इत्यादि के संबंध में विस्तार पूर्वक जानेंगे। इसलिए आपसे अनुरोध है कि आप सभी लोग हमारे इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक अंत तक पूरा जरूर पढ़िए हमें उम्मीद है कि आप हमारे द्वारा इस आर्टिकल में बताई गई जानकारी को पढ़कर ज्वालामुखी के संबंध में बहुत कुछ अदभुत जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
ज्वालामुखी के प्रकार (Jwalamukhi ke prakar)
वर्तमान समय में पृथ्वी पर विभिन्न प्रकार के ज्वालामुखी मौजूद हैं इनमें से कुछ ज्वालामुखी तो ऐसे हैं जो कई वर्षों से आज भी शांत हैं लेकिन इनमें से कुछ ऐसे ज्वालामुखी भी हैं जो कब फट जाए इसका अनुमान लगाना बेहद ही मुश्किल है इसलिए वैज्ञानिकों ने ज्वालामुखी के सक्रियता के आधार पर इन्हें तीन श्रेणियां में विभाजित किया है, जैसे की –
सक्रिय ज्वालामुखी
जिन ज्वालामुखी से सदैव लावा गैस एवं विखंडित पदार्थ निकालते रहते हैं उन्हें सक्रिय ज्वालामुखी कहां जाता है आज के समय में पूरी पृथ्वी पर 500 से भी अधिक सक्रिय ज्वालामुखी मौजूद हैं जिनमें से सदैव गर्म लावा और मैग्मा कैसे निकलती रहती हैं जिसकी वजह से आसपास के क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस होते हैं। जैसे कि- स्ट्राम्बोली, इक्वेडोर का कोटोपैक्सी, अंटार्कटिका का माउंट एरेबस, अंडमान व निकोबार के बैरन द्वीप में स्थित सभी सक्रिय ज्वालामुखी है।
सुषुप्त ज्वालामुखी
वैसे तो ज्यादातर ज्वालामुखी कई वर्षों से सक्रिय नहीं हुए हैं लेकिन यह कभी भी सक्रिय हो सकते हैं इस प्रकार के ज्वालामुखी को सुषुप्त ज्वालामुखी के नाम से जाना जाता है वर्तमान समय में इटली का विसुवियस, जापान का फ्यूजीयामा, इंडोनेशिया का क्राक्राताओं तथा अंडमान व निकोबार के नारकोंडम द्वीप के ज्वालामुखी भी इसी लिस्ट में आते है।
मृत ज्वालामुखी
बी ज्वालामुखी जिनमें हजारों वर्षों से किसी भी प्रकार की हलचल नहीं हुई है और भविष्य में भी इनके विस्फोट होने की कोई संभावना नहीं है उन्हें मृत ज्वालामुखी कहा जाता है। उदाहरण के लिए अफ्रीका के पूर्व भाग में स्थित केनिया व किलिमंजारो, इक्वेडोर का चिम्बाराजो, म्यांमार का पोपा, ईरान का देबंद व कोहसुल्तान मृत ज्वालामुखी के उदाहरण है।
ज्वालामुखी के कारण (Causes of volcanism in Hindi)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पृथ्वी के स्थल पर ज्वालामुखी का जन्म पृथ्वी के आंतरिक भागों से होता है लेकिन इनके विस्फोट के विभिन्न चरणों को ढूंढने हेतु बाहरी तत्वों का सहारा लेना पड़ता है इन बाहरी तत्वों के आधार पर ही ज्वालामुखी विस्फोट के लिए उत्तरदाई सभी जरूरी कर्म के बारे में पता लगाया जा सकता है, जो निम्न प्रकार से है-
भू-गर्भ में अत्यधिक ताप का होना
हम पृथ्वी के जितने अंदर यानी भूगर्भ में जाएंगे वहां का तापमान उतना अधिक बढ़ता जाएगा खाने का तात्पर्य है कि पृथ्वी के भूगर्भ का तापमान बहुत अधिक होता है आमतौर पर पृथ्वी के अंदर अत्यधिक तापमान उन स्थानों पर पाया जाता है जहां रेडियोधर्मी पदार्थ का विघटन रासायनिक प्रकरण और ऊपरी दाब अधिक होता है। जिसकी वजह से अधिक गहराई में स्थित पदार्थ पिघलने लगते है।
और जब यह पगला हुआ पदार्थ गैसीय अवस्था में पहुंचता है तो हल्के होने के कारण ऊपर उठने लगता है और धरातल के कमजोर भागों को तोड़कर बाहर निकलने का प्रयास करते है हालांकि धरातल पर मौजूद कठोर चट्टानें एवं पर्वत इन्हें रोकने का प्रयास करते हैं किंतु एक समय बाद यह गैसीय पदार्थ बाहर निकल जाते हैं परिणाम स्वरुप ज्वालामुखी विस्फोट होता है।
कमजोर भूभाग का होना
आमतौर पर ज्वालामुखी विस्फोट के लिए कमजोर भूभागों का होना बेहद ही आवश्यक होता है क्योंकि कठोर भूभागू को तोड़कर गैसीय पदार्थ बाहर नहीं निकाल सकते यही कारण है कि संसार के सभी कमजोर भू भागों के समीप ज्वालामुखी कब विस्फोट सर्वाधिक होता है उदाहरण के लिए प्रशांत महासागर के तटीय भाग पाश में दीप समूह एवं एंडीज पर्वत क्षेत्र इसके प्रमाण है।
गैसों की उपस्थिति
वर्षा के मौसम में वर्षा का जल भूपर की दरारों से होकर पृथ्वी के आंतरिक भागों तक पहुंच जाता है और जैसा कि हमने आपको बताया कि पृथ्वी के अंदर तापमान बहुत अधिक होता है, जिसकी कारण वर्ष का यह जल जलवाष्प में परिवर्तित हो जाता है। जलवाष्प के बनने से पृथ्वी के अंदर का आयतन और दबाव बहुत अधिक बढ़ जाता है जिसकी वजह से कमजोर स्थान पाकर अंदर बनने वाली मैग्मा गैस से विस्फोट से बाहर निकलते है।
भूकंप
धरती के अंदर किसी भी प्रकार की हलचल होती है तो उसे भू पृष्ठ में बेकार उत्पन्न होता है और पृथ्वी की सतह पर दरारें पड़ जाती हैं जिसकी वजह से पृथ्वी के आंतरिक भाग में मौजूद मैग्मा धरती के तल पर आ जाता है, जब पृथ्वी के अंदर मौजूद मैग्मा पृथ्वी तल पर आ जाता है तो इसे ही ज्वालामुखी विस्फोट कहते हैं।
ज्वालामुखी के प्रभाव (Effects of volcanoes in Hindi)
अगर आप जानना चाहते हैं कि ज्वालामुखी के विस्फोट होने से मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ते है, आपकी सुविधा प्रदान के लिए ज्वालामुखी के प्रभाव के बारे में इस प्रकार नीचे बताया गया है-
ज्वालामुखी के सकारात्मक प्रभाव
वैसे तो अधिकांश लोगों का मानना है कि ज्वालामुखी के विस्फोट से केवल नकारात्मक प्रभाव ही पड़ते हैं लेकिन इसके कुछ सकारात्मक प्रभाव भी है आइए इनके बारे में जाने, जो निम्न प्रकार से है-
- ज्वालामुखी से नवीन स्थलाकृतियों का निर्माण होता है।
- ज्वालामुखी की वजह से वैश्विक तापन को कम होता है।
- ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से भूगर्भ में स्थित धूल मिट्टी बाहर निकलती है जिससे उपजाऊ मिट्टी का निर्माण होता है।
- ज्वालामुखी के माध्यम से पृथ्वी की आंतरिक संरचना के संबंध में जाना जा सकता है।
ज्वालामुखी के हानिकारक प्रभाव
ज्वालामुखी की वजह से मानव जीवन पर सकारात्मक ही नहीं बल्कि कुछ हानिकारक प्रभाव भी पढ़ते हैं जो कुछ इस प्रकार से नीचे बताए गए है
- ज्वालामुखी के विस्फोट की वजह से गर्म लावा, शैलखंड, विषैली गैस वायुमंडल में फैलती हैं जिसकी वजह से पर्यावरण दूषित होता है।
- इससे निकलने वाला लावा तेजी से नीचे की ओर बढ़ता है जो अपने रास्ते में आने वाली सभी चीजों को नष्ट कर देता है।
- जिससे नदियां झील एवं जंगल इत्यादि नष्ट हो जाते है, जिससे मानव को बहुत अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- ज्वालामुखी के विस्फोट से भूकंप आता है जिससे लोगों के जन एवं माल दोनों का नुकसान होता है।
- और यदि ज्वालामुखी विस्फोट समुद्र के समीप होता है तो सुनामी की ऊंची लहरें उठती है जिससे तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को भारी मात्रा में नुकसान झेलना पड़ता है।
ज्वालामुखी से बचने के उपाय (Tips to avoid volcanoes)
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि ज्वालामुखी विस्फोट एक प्राकृतिक आपदा है जिसकी वजह से ज्वालामुखी विस्फोट को होने से रोक नहीं जा सकता किंतु इससे होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है यदि आप समय रहते ज्वालामुखी से बचने के उपाय कर लेते हैं तो जन एवं माल दोनों को बचाया जा सकता है आपकी सुविधा के लिए हमने ज्वालामुखी आपदा से बचने के लिए निम्नलिखित उपायों के बारे में नीचे बताया है-
- ज्वालामुखी से बचने के लिए एक घरेलू आपातकालीन योजना बनाएं और अपनी वस्तुओं को व्यवस्थित करके उन्हें सुरक्षित रखें।
- ज्वालामुखी से बचाव हेतु बनाई गई आपातकालीन योजना में पालतू पशुओं एवं पशुधन को भी सम्मिलित करें।
- आपातकालीन स्थिति में अपने स्थानीय रेडियो केदो को सुनते रहे इससे आपको आपातकालीन प्रबंधन कर्मचारियों से उपरोक्त जानकारी प्राप्त होती रहेगी।
- यदि आप अपंग हैं और आप ज्वालामुखी विस्फोट के दौरान अपनी सहायता करने में असमर्थ हैं तो आप अपने सहयोगी नेटवर्क से सहायता प्राप्त करने हेतु संपर्क कर सकते हैं।
- यदि ज्वालामुखी विस्फोट के समय आप घर से बाहर है तो तुरंत किसी बहन या फिर घर के अंदर मौजूद फर्नीचर के अंदर छुपे।
- ज्वालामुखी विस्फोट के दौरान कई हानिकारक कैसे निकालते हैं इसलिए अपने मुंह और नाक को रुमाल से ढके या फिर मास्क को पहने।
Jwalamukhi kise kahte Hai Related FAQs
ज्वालामुखी किसे कहते हैं?
ज्वालामुखी एक प्रकार का चित्र होता है जिससे पृथ्वी के आंतरिक स्थल में मौजूद गैस, तरल पदार्थ एवं ठोस पदार्थ बाहर निकलते है, जो एक प्रकार से मानव जीवन के लिए सुरक्षा कवच के समान है।
ज्वालामुखी विस्फोट से क्या होता है?
ज्वालामुखी विस्फोट होने से हानिकारक गैसे एवं गर्म लावा निकलता है जो अपने रास्ते में आने वाली सभी चीजों को नष्ट करता चला जाता है इसे जान और माल दोनों का भारी नुकसान होता है।
ज्वालामुखी कितने प्रकार के होते हैं?
सक्रियता के आधार पर ज्वालामुखी मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते है, पहला सक्रिय ज्वालामुखी, दूसरा सुषुप्त ज्वालामुखी, मृत ज्वालामुखी।
भारत का सक्रिय ज्वालामुखी किस द्वीप में स्थित है?
भारत में केवल एक ही सक्रिय ज्वालामुखी है जोकी बैरन द्वीप में स्थित है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बैरन दीप अंडमान निकोबार का ही हिस्सा है।
ज्वालामुखी विस्फोट से बचने के लिए क्या करें?
ज्वालामुखी विस्फोट से बचने के लिए सर्वप्रथम आप एक आपातकालीन योजना बनाएं और रेडियो स्टेशन के माध्यम से विस्फोट से जुड़ी जानकारी प्राप्त करते रहें।
ज्वालामुखी क्यों फटता है?
जब पृथ्वी के भूगर्भ में मौजूद चट्टाने पिघलाकर गैस में परिवर्तित हो जाते हैं और यह कैसे ऊपर उठकर भूगर्भ से बाहर निकलने का प्रयास करते हैं तो ऐसी स्थिति में ज्वालामुखी विस्फोट होता है।
निष्कर्ष
ज्वालामुखी एक प्राकृतिक आपदा है जिसे रोका नहीं जा सकता किंतु यदि सही जानकारी और अनुमान लगाया जाए तो आसानी से इसे होने वाले जान माल के नुकसान से खुद को बचाया जा सकता है। आज के इस आर्टिकल के द्वारा हमने आप सभी को ज्वालामुखी किसे कहते हैं? | jwalamukhi kise kahte Hai in Hindi और इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
अगर अभी भी आपके मन में ज्वालामुखी से संबंधित कोई प्रश्न है तो आप अपने प्रश्न कमेंट सेक्शन में लिखकर हमसे पूछ सकते हैं और यदि आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप हमारे इस आर्टिकल को अपने सभी मित्रों के साथ शेयर जरूर करें।