|| इनकम टैक्स को कैसे बचाएं? | आयकर होता क्या है? | What is Income Tax? | भारत में टैक्स मुक्त आय कौन-कौन से तरीके है? | इनकम टैक्स बचाने के आसान तरीके | income tax kaise bachaye |
आज के समय में हमारे देश में एक निश्चित आय से ज्यादा आमदनी होने पर व्यक्ति को इनकम टैक्स ( Income Tax) देना पड़ता है हमारे देश के व्यक्तियों के लिए इनकम टैक्स देना उनका दायित्व है. इनकम टैक्स की वसूली करने के लिए भारत सरकार ने एक आयकर विभाग (income tax ) की स्थापना की है जिसके द्वारा पूरे भारत में ऐसे लोग जिनकी आमदनी अधिक होने पर उन्हें टैक्स भी अधिक देना पड़ता है जो कि उन्हें एक प्रकार की समस्या नजर आती है।
इसीलिए हमारे देश के लोग इस को बचाने की कोशिश में लगे रहते हैं आपकी इसी समस्या को सुलझाने के लिए हमने अपने इस आर्टिकल के माध्यम से इनकम टैक्स (income tax) के बचाव से जुड़ी कुछ अति महत्वपूर्ण बातों को बताया है जो कि एकदम पूर्ण रूप से कानूनी तरीका है। जिसके तहत यदि आप टैक्स को बचाते हैं तो किसी भी प्रकार की कानूनी समस्या आपको नहीं होगीl इनकम टैक्स कैसे बचाएं? (income tax kaise bachaye) के बारे में जानने के लिए हमारे इस आर्टिकल को बहुत ही ध्यान से पढ़िए।
आयकर होता क्या है? | What is Income Tax?
आइए सबसे पहले हम आपको आयकर के बारे में बताते हैं भारत सरकार की ओर से किसी भी व्यक्ति की आय पर लगाया जाने वाला यह एक कर है जिसकी वसूली सरकार के द्वारा बने विभाग आयकर विभाग के द्वारा की जाती है। इसमें सीधे और सीधे तौर पर आपकी सालाना इनकम के ऊपर ही पर लाखों रुपए के पर्सेंट के हिसाब से टैक्स की वसूली की जाती है। भारत सरकार (Indian government) की ओर से इनकम टैक्स को पहली बार ईस्वी में वसूला गया था वर्तमान समय में आयकर के सभी नियम आयकर अधिनियम 1961 (Rules Income Tax Act 1961) के तहत आते हैं।
भारत का वह प्रत्येक व्यक्ति जो वरिष्ठता की उम्र से कम का है और जिसकी आए प्रतिवर्ष ₹500000 से अधिक है तो तो उसे टैक्स देना पड़ता है लेकिन इस बजट सत्र 2024 24 मैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी के द्वारा घोषणा की गई थी कि अब से ₹700000 तक वार्षिक आय पर कोई भी टैक्स नहीं लिया जाएगा।
भारत में टैक्स मुक्त आय कौन-कौन से तरीके है?
आइए हम आपको अपनी इस आर्टिकल में भारत में आप किस प्रकार से टैक्स मुक्त आयकर सकते हैं उनके तरीकों को बताते हैं जो कि निम्न प्रकार हैं-
प्रोविडेंट फंड (पी. पी. एफ.) | Provident fund( PPF)
हमारे देश में कोई भी कर्मचारी अपने भविष्य को देखते हुए मासिक वेतन में से एक छोटा सा हिस्सा भविष्य निधि के रूप में बचाता है जिससे कि वह रिटायरमेंट के बाद उसको यूज कर पाए तब तक मैं एक बचत खाती के रूप में प्रोविडेंट फंड अकाउंट में जमा की जाती है और वह जिस भी संस्था में काम करता है।
वह संस्था के द्वारा भी एक हिस्सा कर्मचारी के खाते में जमा किया जाता है यह राशि कर मुक्त होती है कोई भी कर्मचारी अपनी ओर से भी इस खाते में पैसा जमा कर सकता हैl किसी भी कंपनी के द्वारा जमा की गई राशि यदि उस कर्मचारी की सैलरी के भाषा 12% से अधिक है तो ऊपर की राशि पर आपको कर देना पड़ सकता है।
विरासत में मिली सम्पत्ति
यदि आपके लिए कोई भी संपत्ति आपके बुजुर्ग विरासत में छोड़कर गए हैं तो उस संपत्ति पर सरकार कोई भी कर नहीं लगा सकती अर्थात आपको कोई भी टैक्स चुकाना नहीं पड़ेगा चाहे वह नगदी हो, जेवर हो, या जमीन हो, किसी पर आपको टैक्स नहीं देना होता है।
सेविंग अकाउंट पर ब्याज
यदि किसी भी बैंक में आपका सेविंग अकाउंट (savings account) है तो आपको उस पर मिलने वाले ब्याज पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं देना होता है लेकिन यदि वह ब्याज ₹10000 से अधिक प्राप्त होता है तो आपको सरकार की ओर से बनाई गई टैक्स प्रणाली के अनुसार कुछ टैक्स देना होता है।
कृषि संबंधित आय
वह किसान जो किसी पर पूर्णतया डिपेंड है उसके कृषि कि ऊपर से होने वाली किसी भी प्रकार की आय पर उसे इनकम टैक्स नहीं देना होता है चाहे वह कितनी भी अधिक क्यों ना हो इसके लिए सरकार ने पूर्णतया छूट प्रदान की है।
लाइफ इन्सुरेंस की राशि
यदि आपने अपने भविष्य के लिए कोई भी लाइफ इंश्योरेंस (life insurance) करवा रखा है और मैच्योर होने पर यदि आपको उसकी राशि प्राप्त होती है तो सरकार की ओर से उस पर कोई भी टैक्स नहीं लगाया जा सकता है यह एकदम कर मुक्त होती है।
व्यवसायिक मीटिंग्स में खिलाने-पिलाने का खर्च
यदि आप किसी भी प्रकार का बिजनेस करते हैं और वह सीधे आपके अकाउंट से कटता है तो सरकार की ओर से उस व्यय पर कोई भी टैक्स नहीं देना होता है।
इनकम टैक्स बचाने के तरीके | Income Tax Kaise Bachaye?
यदि आप भी कानूनी रूप से इनकम टैक्स को बचाना चाहते हैं तो निम्न तरीकों का पालन करके बिना किसी टैक्स चोरी के डर से आप टैक्स को बचा सकते हैं यह एकदम लीगल प्रक्रिया है।
पीपीएफ (लोक भविष्य निधि) पर बचत
किसी भी कर्मचारी के द्वारा अपने लोक भविष्य निधि के खाते में जमा की गई राशि पर कोई भी टैक्स नहीं देना होता है। सरकार इस पैसे को सेक्शन 80c के तहत छूट प्रदान करती है। इस अकाउंट को आप किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं तथा कम से कम 15 साल बाद आप इस राशि को अपने बैंक अकाउंट (bank account) से जरूरत पड़ने पर निकाल सकते हैं यह एकदम सुरक्षित है और टैक्स रहित है।
होमलोन पर बचत
यदि आप अपने लिए घर बनाने हेतु कोई भी होम लोन को लेते हैं तो इससे आपको अपनी सालाना इनकम में होने वाली टैक्स में छूट प्रदान होगी साथ ही होम लोन पर मिलने वाले ब्याज (Interest) पर आपको अलग से छूट भी मिलती हैl इसके लिए सरकार आप पर कोई भी टैक्स चोरी (Tax evasion) का इल्जाम नहीं लगा सकती है।
सुकन्या समृद्धि खाता
सरकार की ओर से चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) के तहत यदि आप अपनी बेटी के खाते में पैसे जमा करते हैं तो आपको छूट प्राप्त होती है। इस योजना के तहत हम आपको बता दें तो अपनी 10 वर्ष तक की दो बच्चियों के नाम सुकन्या समृद्धि खाता खुलवा कर उनके भविष्य के लिए कुछ पैसा जमा कर सकते हैं साथ ही साथ टैक्स में भी बचत कर सकते हैं।
बच्चों की स्कूल फीस
यदि आप अपने बच्चों पर होने वाली पढ़ाई की फीस लेते हैं तो यह है कल फ्री होती है आप हिना फीस की रसीद की कॉपी लगाकर अपने टैक्स में बचत कर सकते हैं यह एकदम कानूनी प्रक्रिया है।
स्वास्थ्य बीमा
यदि आप अपनी टैक्स में बचत करना चाहते हैं तो आप अपने और अपने परिवार के लिए एक बीमा प्रीमियम को खरीद सकते हैं जो कि एकदम टैक्स फ्री (tax free) होती है साथ ही साथ यदि आप के परिवार में 60 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिक का बीमा प्रीमियम लेते हैं तो ₹30000 तक की छूट भी प्राप्त होती है जबकि अन्य नागरिकों के लिए ₹20000 तक यह छूट है।
इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड
समय-समय पर हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर (infrastructure) के क्षेत्र में पैसे को एकत्रित करने के लिए लोगों को बॉन्ड बेचे जाते हैं जो कि बैंकों के द्वारा जारी किए जाते हैं इसीलिए यदि आप इन इंफ्रास्ट्रक्चर बॉण्ड (infrastructure bond) को खरीदते हैं तो यह एकदम अच्छा ब्याज प्रदान करते हैं और साथ ही साथ आपको टैक्स में भी छूट प्रदान कराते हैं।
Rent पर house बचत
यदि आप अपने घर से बाहर रहते हैं और आपने कोई हाउस को रेंट पर ले रखा है तो उसके मालिक के द्वारा प्राप्त होने वाली रसीद को लगाकर अपने इनकम टैक्स में बचत कर सकते हैं क्योंकि किराए पर यूज करने वाली चीजों पर सरकार टैक्स नहीं लेती है।
दिव्यांग व्यक्ति की देखभाल
यदि आपके परिवार में कोई भी व्यक्ति दिव्यांग है और आप किस की देखभाल कर रहे हैं तो उस पर होने वाले खर्च पर सरकार एटीडीडी के तहत टैक्स छूट प्रदान करती है। अगर कोई भी करदाता स्वयं ही विकलांग है तो उसे अन्य व्यक्ति की अपेक्षा अधिक छूट प्रदान होती है इसे सरकार की ओर से ₹1000000 तक की आय पर पूर्ण छूट प्रदान की जाती है।
चैरिटी या दान
यदि आप अपनी इनकम का कुछ हिस्सा किसी भी सामाजिक सेवा में कार्य कर रहे समूह में दान में देते हैं तो यह भी आपके टैक्स में छूट को प्रदान करती है या फिर आप किसी एनजीओ के तहत समाज सेवा कर रहे हैं तो उसके ऊपर होने वाले खर्च भी आपको टैक्स में छूट प्रदान करते हैं।
एजुकेशन लोन का ब्याज
यदि आप किसी भी प्रकार की पढ़ाई करने के लिए लोन ले रहे हैं तो सरकार इसमें लगने वाले ब्याज पर भी पूर्णतया छूट प्रदान करती है एजुकेशन लोन के तहत ली जाने वाली राशि की कोई भी सीमा नहीं होती है. इसीलिए यह एकदम ब्याज मुक्त होती है साथ ही साथ आप कोई भी बच्चा गोद लेकर उसकी शिक्षा में अपने पैसे लगा सकते हैं जिसके तहत आपको टैक्स में छूट प्रदान होगी।
एल. टी. ए/ यात्रा खर्च भत्ता
यदि आप सरकार के अंदर किसी भी संस्था में कार्य करते हैं या किसी भी प्राइवेट कंपनी (private company) में कार्य करते हैं तो आपको और आपके परिवार को होली देश के लिए घूमने जाने पर होने वाले खर्च को सरकार ने कर मुक्त की श्रेणी में रखा है हालांकि इस दौरान होने वाले सभी खर्च की रसीदें आपके पास मौजूद हूं जिन्हें आप एविडेंस के रूप में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दिखा सकते हैं।
मनोरंजन भत्ता
यह भत्ता केवल सरकारी कर्मचारी (Government employee) को ही प्रदान किया जाता है यदि आप किसी भी मूवी डिस्को बार किसी म्यूजियम मिल जाते हैं तो आप इन सभी रिसिप्ट को लगाकर भी सरकार की ओर से कम से कम ₹5000 तक इनकम टैक्स में छूट पा सकते हैं।
इनकम टैक्स में छूट से संबंधित प्रश्न उत्तर FAQs
इनकम टैक्स क्या है?
सरकार की ओर से प्रत्येक व्यक्ति जो किसी भी सरकारी या प्राइवेट कंपनी में कार्य करके या स्वयं के बिजनेस करके सरकार द्वारा की गई सीमा से अधिक कमाता है तो उसे अपनी आय पर टैक्स देना पड़ता है जिसे इनकम टैक्स कहते हैं?
इनकम टैक्स किन किन लोगों को देना पड़ता है?
ऊपर लिखे आर्टिकल में हमने आपको बताया है कि यदि आपकी आय वार्षिक बजट 2024 24 के अंतर्गत ₹700000 से अधिक है तो आपको इनकम टैक्स की दरों के मुताबिक टैक्स देना होगा।
यदि इनकम टैक्स ना दिया जाए तो क्या हो सकता है?
सरकार की ओर से जारी निर्देश के अनुसार ₹500000 से अधिक आय पर इनकम टैक्स देना अनिवार्य है यदि आप इस टैक्स को नहीं देते हैं तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के द्वारा आप पर टैक्स चोरी के इल्जाम में जेल हो सकती है।
इनकम टैक्स देना क्यों जरूरी है?
इनकम टैक्स देना इसलिए जरूरी है क्योंकि सरकार की ओर से होने वाले सारे खर्चे जैसे-सरकारी कर्मचारियों के वेतन,भत्ते, बनाए जा रहे हैं रोड का खर्च, सरकारी बिल्डिंग ,सरकारी योजनाएं आदि सभी के लिए फंड की आवश्यकता होती है जो कि सरकार टैक्स के रूप में लोगों से वसूल करके इन योजनाओं को कार्यरत करती है।
निष्कर्ष
यदि आपकी भारत देश के निवासी हैं और आप भी एक Income Tax देते हैं तू आज हमने अपनी इस आर्टिकल में बताया है कि इनकम टैक्स को कैसे बचाया जाएl हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई संपूर्ण एवं व्यवस्थित जानकारी पसंद आई होगी । तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर अपना अनुभव जरूर बताएं साथ ही हमारे इस आर्टिकल को जरूरतमंदों दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले। धन्यवाद