Full Form Computer – Computer Ka Full Form

Full Form Computer – हैल्लो दोस्तों ! कैसे हो आप सब लोग , उम्मीद है ठीक ही होंगे , आज का टॉपिक थोड़ा हटके है आज मैं Full Form Computer यानी कि Computer Ka Full Form होता है इसके बारे में बताऊंगा।

Full Computer - हैल्लो दोस्तों ! कैसे हो आप सब लोग , उम्मीद है ठीक ही होंगे , आज का टॉपिक थोड़ा हटके है आज मैं Full Form of Computer यानी कि Computer

लेकिन सबसे पहले जानते हैं कंप्यूटर किसे कहते है और कंप्यूटर का अर्थ क्या है असल में कंप्यूटर शब्द अंग्रेजी के “Compute” शब्द से बना है,

जिसका अर्थ है “गणना”, करना होता है इसीलिए इसे गणक या संगणक भी कहा जाता है, इसका अविष्‍कार Calculation करने के लिये हुआ था, पुराने समय में Computer का use केवल Calculation करने के लिये किया जाता था

लेकिन आजकल इसका Education , Hospitality , Business , Technology , Research के साथ-साथ और बहुत सारे कामों में किया जा रहा है

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Computer Ka Full Form Kya Hota Hai

दोस्तों वैसे तो आपको Computer के बारे में बहुत सारे आर्टिकल मिल जाएंगे लेकिन कोई Computer का फुल फॉर्म साथ मे Mention नही करता है, तो मैंने सोचा कि आज मैं ही बता दु , आप सभी को Computer Ka Full Form !

Full Form Computer

Computer Ka Full Form कुछ इस तरह है ।

C = Commonly

O = Operated

M = Machine

P = Particularly

U = Used

T = Technical

E = Educational

R = Research

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Founder of Computer

अगर आपको Computer के फाउंडर यानी Computer की खोज करने वाले वैज्ञानिक के बारे में जानकारी नही है , तो आप ये भी जान लीजिये ।

1623 में जर्मन गणितज्ञ विल्हेम शीकार्ड ने प्रथम यांत्रिक Calculator का विकास किया। यह कैलकुलेटर जोड़ने, घटाने, गुणा व भाग में काम आता था।

1642 में फ्रांसीसी गणितज्ञ Charles Vabes ने जोड़ने व घटाने वाली मशीन का आविष्कार किया , जिसे Abacus के नाम से भी जाना जाता है।

1801 में फ्रांसीसी वैज्ञानिक जोसेफ मेरी जेकोर्ड ने लूम के लिए नई नियंत्रण प्रणाली का प्रदर्शन किया। उन्होंने लूम की प्रोग्रामिंग की, जिससे पेपर कार्डों में छेदों के द्वारा मशीन को मन मुताबिक Weaving Operation का आदेश दिया जाना सम्भव हो गया।

1833-71 में ब्रिटिश गणितज्ञ और वैज्ञानिक Charles Babage ने जैकार्ड पंच-कार्ड प्रणाली का प्रयोग करते हुए ‘एनालिटिकल इंजन’ का निर्माण किया। बैबेज की सोच अपने काल के काफी आगे की थी और उनके आविष्कार को अधिक महत्व नहीं दिया गया।

1889 में अमेरिकी इंजीनियर हरमन हॉलेरिथ ने ‘इलेक्ट्रो मैकेनिकल पंच कार्ड टेबुलेटिंग सिस्टम’ को पेटेंट कराया जिससे सांख्यिकी आँकड़े की भारी मात्रा पर कार्य करना सम्भव हो सका। इस मशीन का प्रयोग अमेरिकी जनगणना में किया गया।

1941 में जर्मन इंजीनियर कोनार्डसे ने प्रथम पूर्णतया क्रियात्मक डिजिटल Computer का आविष्कार किया जिसे प्रोग्राम द्वारा नियंत्रित किया जा सकता था।

1942 में आइओवा स्टेट कॉलेज के भौतिकविद जॉन विंसेंट अटानासॉफ और उनके सहयोगी क्लिफोर्ड बेरी ने प्रथम पूर्णतया इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर के कार्यात्मक मॉडल का निर्माण किया जिसमें वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग किया गया था।

1944 में IBM और हार्वर्ड यूनीवॢसटी के प्रोफेसर हॉवर्ड आइकेन ने प्रथम लार्ज स्केल ऑटोमेटिक डिजीटल कम्प्यूटर ‘मार्क-1’ का निर्माण किया।

1943 में ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जर्मन कोडों को तोडऩे के लिए इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर ‘कोलोसस’ का निर्माण किया ।

1949 में अमेरिकी सेना के लिए पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में भौतिकविद् जॉन माउचली और इंजीनियर जे. प्रेस्पर इकेर्ट ने ‘इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटेड एंड कम्प्यूटर -ENIAC का निर्माण किया। इस कमरे के आकार वाले 30 टन कम्प्यूटर में लगभग 18,000 वैक्यूम ट्यूब लगे थे। इनिएक की प्रोग्रामिंग अलग-अलग कार्य करने के लिए की जा सकती थी।

1951 में इकेर्ट और माउचली ने प्रथम कॉमर्शियल कम्प्यूटर UNIVAC का निर्माण किया ।

1969-71 में बेल लेबोरेटरी में ‘यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम’ का विकास किया गया।

1971 में इंटेल ने प्रथम कॉमॢशयल माइक्रोप्रोसेसर ‘4004’ का विकास किया। माइक्रोप्रोसेसर चिप पर सम्पूर्ण कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग यूनिट होती है।

1975 में व्यावसायिक रूप से प्रथम सफल पर्सनल कम्प्यूटर ‘MITS Altair 8800’ को बाजार में उतारा गया। यह किट फार्म में था जिसमें की-बोर्ड व वीडियो डिस्प्ले नहीं थे।

1976 में पर्सनल कम्प्यूटरों के लिए प्रथम वर्ड प्रोग्रामिंग प्रोग्राम ‘इलेक्ट्रिक पेंसिल’ का निर्माण।

1977 मे एप्पल ने ‘एप्पल-II’ को बाजार में उतारा, जिससे रंगीन टेक्स्ट और ग्राफिक्स का प्रदर्शन संभव हो गया।

1981 में आई बी एम ने अपना पर्सनल कम्प्यूटर बाजार में उतारा जिसमें माइक्रोसॉप्ट के डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग किया गया था।

1984 में एप्पल ने प्रथम मैकिंटोश बाजार में उतारा। यह प्रथम कम्प्यूटर था जिसमें GUI (ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस) और माउस की सुविधा उपलब्ध थी।

1990 में माइक्रोसॉफ्ट ने अपने ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस का प्रथम Version ‘विंडोज़ 3.0’ बाजार में उतारा।

1991 में हेलसिंकी यूनीवर्सिटी के विद्यार्थी लाइनस टोरवाल्ड्स ने पर्सनल कम्प्यूटर के लिए ‘लाइनेक्स’ का आविष्कार किया।

1996 में हाथ में पकड़ने योग्य कम्प्यूटर ‘पाम पाइलट’ को बाजार में उतारा गया।

2001 में एप्पल ने मैकिंटोश के लिए यूनिक्स आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम Mac OS X को बाजार में उतारा।

2002 में कम्प्यूटर इंडस्ट्री रिसर्च फर्म गार्टनेर डेटा क्वेस्ट के अनुसार 1975 से वर्तमान तक मैन्यूफैक्चर्ड कम्प्यूटरों की संख्या 1 अरब पहुँची।

2005 में एप्पल ने घोषणा की कि वह 2006 से अपने मैकिंटोश कम्प्यूटरों में इंटेल माइक्रोप्रोसेसरों का प्रयोग आरंभ कर देगा।

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ये थे कुछ वैज्ञानिक जिन्होंने कम्प्यूटर की खोज करने और उन्हें बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब आप Founder of computer के बारे में भी जान गए होंगे।

Last Word

दोस्तो ये था आज का जिसमे आज आप सभी ने पढ़ा कि Computer Ka Full Form ( Full Form Computer ) क्या होता है , उम्मीद करता हु आपको ये पोस्ट पसन्द आया होगा । धन्यवाद । Visit My YouTube Channel >> Open Channel

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