भूमि सीमांकन के नियम 2023 – 23 Bhumi Simankan Ke Niyam

Bhumi Simankan Ke Niyam 2023 – 2023 :- वर्तमान समय में लोग धीरे-धीरे दूसरे व्यक्तियों की जमीन पर कब्जा करके उस जमीन के मालिक खुद बन जा रहे है जिसकी वजह से दिन प्रतिदिन जमीन का फर्जीवाड़ा और कालाबाजारी बढ़ती जा रही है और आम नागरिकों को भी अपनी जमीन वापस प्राप्त करने में कई समस्या का सामना करना पड़ता है आम नागरिकों की इसी समस्या को दूर करने के लिए भारत सरकार के द्वारा भूमि सीमांकन हेतु कुछ महत्पूर्ण नियम बनाए गए है।

यदि आप किसी भी जमीन जैसे घर खेत या प्लॉट के मालिक हैं तो आपको भूमि सीमांकन के नियम 2023 के बारे में जरूर पता होना चाहिए. यदि आपको Bhumi Simankan Ke Niyam के बारे में जानकारी नहीं है तो आपको चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम आपके साथ इस पोस्ट में Rules of land demarcation के बारे में चर्चा करेंगे।

इसके साथ ही हम आपको यहां जमीन सीमांकन क्या है, इसके उद्देश्य तथा आवेदन करने की प्रक्रिया आदि के बारे में भी पूरी जानकारी विस्तार पूर्वक बताए। इसलिए जो भी नागरिक भूमि सीमांकन के नियम 2023 के संबंध में जानकारी प्राप्त करना चाहता है उस व्यक्ति को इस लेख को पूरा अंत तक पूरा पढ़ना होगा।

भूमि सीमांकन क्या है? (What is land demarcation?)

भूमि सीमांकन भू स्वराज विभाग के द्वारा चलाई जाने वाली एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, इस प्रक्रिया के अंतर्गत पटवारी के द्वारा जमीन के मापन की प्रक्रिया के माध्यम से जमीन का क्षेत्र एवं उसकी स्थिति के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करके एक लेखा-जोखा तथा नक्शा बनाया जाता है। इस नक्शे पटवारी के द्वारा किसी व्यक्ति के अधिकार में आने वाली जमीन को नक्शे में दर्शाया जाता है।

इस नक्शे के माध्यम से ही यह पता लगाया जाता है कि किस क्षेत्र की कौन सी जमीन का मालिक कौन है। इसके बाद पटवारी इस तैयार किए गए ब्यौरे तथा भूमि के नक्शे को कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करता है, जिसके बाद इसे संरक्षित करके सुरक्षित रख दिया जाता है. जब कभी नागरिकों को अपने घर, प्लॉट या किसी अन्य जमीन के नक्शे की आवश्यकता होती है तो वह भू स्वराज विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर उसे डाउनलोड कर सकता है.

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आए दिन बहुत सारे ऐसे मामले आते हैं जिनमें कुछ लोग आम नागरिकों की जमीन पर कब्जा कर लेते हैं जिसकी वजह से कई नागरिकों की जमीन छीन जाती है, इसी समस्या को दूर करने के लिए सरकार के द्वारा भूमि सीमांकन के नियम बनाए गए है। कोई भी व्यक्ति अपनी जमीन के सीमांकन हेतु आवेदन करके अपनी जमीन प्राप्त कर सकता है। आइए इनके बारे में जानते है-

भूमि सीमांकन का उद्देश्य purpose of land demarcation

भारत देश में सदा से ही जमीन से संबंधित विवाद होते आ रहे है, जिसकी वजह से लोगों को जान माल की हानि होती है इसलिए सरकार के द्वारा Bhumi Simankan Ke Niyam लागू किए गए हैं इन नियमों को लागू करने का मुख्य उद्देश्य देश में ऐसी घटनाओं को रोकना है। जिसमें आम नागरिकों की जमीन के फर्जीवाड़े से बचाया जा सके। कोई भी व्यक्ति भू नक्शा की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपने खसरा यंत्र नक्शा नंबर डालकर जमीन से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकता है.

भूमि सीमांकन के नियम land demarcation rules

जिन लोगों को भारत सरकार के द्वारा भूमि सीमांकन के नियमों के बारे में जानकारी नहीं है वह लोग नीचे बताए गए बिंदुओं को पढ़कर भूमि सीमांकन के नियम 2023 के संबंध में हर एक जानकारी प्राप्त कर सकते है।

  • किसी भी क्षेत्र की भूमि सीमांकन करने से पूर्व जमीन से संबंधित नक्शे को तहसीलदार के सामने प्रस्तुत करना होगा उसके बाद ही पटवारी को नक्शे के आधार पर जमीन को सुनिश्चित करने की अनुमति दी जाती है।
  • भूमि सीमांकन के नियम के अनुसार अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के किसी व्यक्ति के पास 10 एकड़ या इससे कम कृषि योग्य भूमि है तो उसे भूमि सीमांकन के लिए कोई भी शुल्क नहीं देना होगा।
  • किसी भी जमीन का सीमांकन कराने के लिए आवेदन कर्ता को पहले नजदीकी तहसील कार्यालय में जाकर आवेदन करना होगा, जिसके बाद उसे एक तारीख दी जाएगी उस तारीख पर ही पटवारी के द्वारा जमीन का सीमांकन किया जाएगा।
  • जमीन का सीमांकन करने के लिए आवेदक को अपने जमीन से संबंधित सभी दस्तावेज जैसे नक्शा खसरा एवं अधिकार ऋण पुस्तिका को प्रस्तुत करना होगा।
  • इन नियमों के अनुसार भूमि सीमांकन के समय जमीन की सीमा को चिन्हित करने के लिए एक प्रारूप तैयार किया जाता है इस प्रारूप के अनुसार ही जमीन का स्वामित्व रखने वाले व्यक्तियों को बुलाया जाता है।
  • सीमांकन के नियम 7 के उप नियम एक के अंतर्गत विभिन्न जिलों में सीमांकन करने तथा सीमा चिन्ह को निर्मित करने के लिए भू स्वराज विभाग के द्वारा सहयोग प्रदान किया जाता है।
  • यदि कोई व्यक्ति अपने स्वयं के खर्च पर सीमा चिन्ह करवाता है तो उसे केवल एक नियत शुल्क का ही भुगतान करना पड़ेगा।
  • धारा 129 की उप धारा 2 के अंतर्गत भूमि सीमांकन की रिपोर्ट तहसीलदार की देखरेख में उसके अनुसार प्रदान की जाती है।
  • अगर कोई व्यक्ति भूमि सीमांकन में भाग नहीं लेता है तो वह स्वराज संहिता की धारा 130 के अधीनस्थ हटा दिया जाता है।

जमीन सीमांकन के लिए पात्रता मापदंड (Eligibility criteria for land demarcation)

आपकी जानकारी के लिए बता दें कोई भी व्यक्ति जो नीचे बताए गए निम्नलिखित पात्रता मापदंड को पूरा करेगा वह भूमि सीमांकन कराने के लिए आवेदन कर सकता है जो निम्नलिखित प्रकार से है-

  • भारत का कोई भी नागरिक भूमि सीमांकन कराने के लिए आवेदन कर सकता है।
  • भूमि सीमांकन के लिए आवेदन करने के लिए आवेदक के पास मूल निवास प्रमाण पत्र होना चाहिए।
  • आवेदन करने वाले आवेदक के पास यदि सरकारी जमीन है तो उसका पट्टा होना जरूरी है।
  • आवेदक के पास भूमि खसरा एवं नक्शा होना जरूरी है।

भूमि सीमांकन के लिए जरूरी दस्तावेज (Documents required for land demarcation)

अगर आप भूमि सीमांकन करने के लिए आवेदन करने जा रहे हैं तो इसके लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी जिनका पूरा विवरण हमने सूचीबद्ध रूप में नीचे दिया है आप इन दस्तावेजों का उपयोग करके आसानी से भूमि सीमांकन के लिए आवेदन कर सकते है.

  • आधार कार्ड
  • राशन कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • जाति प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • ऋण पुस्तिका
  • भू नक्शा
  • खसरा खतौनी
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • मोबाइल नंबर इत्यादि।

भूमि सीमांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? How to apply for land demarcation online?

स्वराज विभाग के द्वारा नागरिकों को भूमि सीमांकन करने की ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराई गई है कोई भी व्यक्ति अपने स्मार्टफोन अथवा कंप्यूटर का इस्तेमाल करके भूमि सीमांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है अगर आप भी भूमि सीमांकन के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करे।

  • भूमि सीमांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन करने हेतु सबसे पहले आपको भी स्वराज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
  • इसके बाद आपके सामने कुछ इस प्रकार का पेज ओपन हो जाएगा जहां आपको 5 Steps में अपनी सभी निजी जानकारी दर्ज करनी होगी।
  • सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करना होगा।
  • अब आपको नीचे दिए गए सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा जिसके बाद जमीन सीमांकन के लिए आपका आवेदन हो जाएगा।

जमीन सीमांकन के लिए ऑफलाइन आवेदन कैसे करें? How to Apply Offline for Land Demarcation?

यदि आपको जमीन सीमांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में किसी भी तरह की समस्या आ रही है तो आप नीचे बताए जाने वाले निम्नलिखित स्टेप्स को ध्यानपूर्वक फॉलो करके भूमि सीमांकन के लिए ऑफलाइन आवेदन कर सकते है-

  • ऑफलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको अपने निजी तहसील कार्यालय में जाना है।
  • तहसील में आपको संबंधित अधिकारी से भूमि सीमांकन से संबंधित एप्लीकेशन फॉर्म प्राप्त करना है।
  • इसके बाद आपको आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी को पढ़कर अच्छी तरह से भरना होगा।
  • अब आपको मांगे गए सभी जरूरी दस्तावेजों को आवेदन पत्र के साथ अटैच करना है।
  • इतना सब करने के उपरांत आपको इस आवेदन फॉर्म और सभी दस्तावेजों को संबंधित अधिकारी के पास जमा करना होगा।
  • इसके बाद आपके आवेदन पत्र का सत्यापन किया जाएगा और फिर पटवारी के द्वारा आपके भूमि का सीमांकन किया जाएगा।

land demarcation rules Related FAQs

जमीन सीमांकन कैसे किया जाता है?

जमीन सीमांकन का कार्य स्वराज विभाग के द्वारा तहसील कार्यालय के माध्यम से पूर्ण किया जाता है। जिसमें पटवारी क्षेत्र के सभी भूमि का एक रिकॉर्ड तैयार करके उसे मजिस्ट्रेट के सामने प्रस्तुत करता है।

आवेदन करने के कितने समय उपरांत भूमि का सीमांकन किया जाता है?

वैसे तो अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग सीमा अवधि पर भूमि सीमांकन किया जाता है लेकिन आमतौर पर भूमि सीमांकन के लिए आवेदन करने के 20 दिनों से लेकर 30 दिनों के अंदर भूमि सीमांकन किया जाता है।

भू राजस्व संहिता की धारा 116 क्या है?

धारा 116 के अंतर्गत गलत प्रविष्टि का शुद्धिकरण करने का अधिकार विचारण न्यायालय को होता है जिसकी परिसीमा 1 वर्ष होती है।

भूमि सीमांकन क्या होता है?

भूमि सीमांकन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से जमीन संबंधित एक लेखा जोखा और नक्शा तैयार किया जाता है जिसके माध्यम से जमीन के असली मालिक का पता लगाया जा सकता है।

भू नक्शा कहां से प्राप्त करें?

आप अपने राज्य के भू स्वराज विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आप भू नक्शा प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष

आज हमने आप सभी को अपने इस आर्टिकल के माध्यम से भूमि सीमांकन के नियम 2023 के बारे में जानकारी प्रदान की साथ ही हमने भूमि सीमांकन करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया के बारे में स्टेप बाय स्टेप जानकारी उपलब्ध कराई है। आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में कमेंट करके हमें जरूर बताएं तथा इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।

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