यदि आप उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त किसी और स्टेट का भूलेख खसरा खतौनी चेक करना चाहतें हैं तो आप नीचे दी गई लिस्ट में से अपने राज्य के नाम पर क्लीक करें आगे पेज पर आपके राज्य के भुलेख ऑनलाइन चेक करने की पूरी जानकारी मिलेगी।
SR. |
Select Your State |
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Arunachal Pradesh (अरुणाचल प्रदेश) |
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Himachal Pradesh (हिमाचल प्रदेश) |
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Meghalaya (मेघालय) |
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Mizoram (मिजोरम) |
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Nagaland (नागालैंड) |
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Sikkim (सिक्किम) |
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सभी राज्यों का भूलेख | Bhulekh All State In Hindi
ऑनलाइन भूलेख – दोस्तों, आप अक्सर एक नाम सुनते होंगे भू-लेख खसरा खतौनी जमाबंदी आदि। इसे सुनकर आपके मन में सवाल आता होगा कि भू-लेख आखिर है क्या? कैसे इसे तैयार किया जाता है? तो आपके ऐसे ही सभी सवालों का जवाब देने और सभी राज्यों का भुलेख ऑनलाइन चेक करने के लिए हम ये लेख आपके लिए लेकर आएं हैं। जिसमे आपको भुलेख से जुडी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी।
भूलेख यानी भूमि से संबंधित लिखित डॉक्यूमेंट्स। भूलेख को और भी कई नामों से जाना जाता है। जैसे भूमि का ब्यौरा, भूमि अभिलेख, खेत का नक्शा, खेत के कागजात, खाता आदि। भूलेख वेबपोर्टल के जरिए जमीन की सभी जानकारियां को ऑनलाइन स्टोर किया जा सकता है। वेबआधारित भू लेख डॉक्यूमेंट्शन प्रणाली 2 मई 2016 से शुरु हुई है। इसे प्रदेश की सभी तहसीलों में लागू किया जा चुका है।
भूलेख पोर्टल क्या है?
भूलेख यानी जमीन से संबंधित पूरी जानकारी। जिसे आप कम्प्यूटर के जरिए एक जगह तैयार कर लिया जाता है। ऑनलाइन जानकारी होने पर कहीं भी बैठकर जमीन के बारे में पूरी जानकारी ली जा सकती है। भूलेख को कम्प्यूटराइज्ड करने के लिए उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल तैयार किया गया है। इसके जरिए ऑनलाइन ही जमीन का पूरा ब्यौरा देखा जा सकता है। ये पोर्टल अलग अलग राज्य सरकार ने जमीन के रिकार्ड को कंम्यूटरीकृत करने के लिए बनाया है। जोकि डेली जमीन से जुड़े लेखों की गतिविधियों को सुव्यवस्थित किया जा सके। ऐसा करने से जमीन का सारा ब्यौरा एक ही क्लिक पर सामने आ जाएगा।
देश के अलग अलग राज्यों का अपना अलग-अलग पोर्टल है जहाँ उस प्रदेश में रहने वाला कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसी भी जिले का हो या गांव का हो, जरुरी जानकारी भरकर भूलेख प्राप्त कर सकता है। और जरूरत पढने पर प्रिंट आउट भी निकाल कर अपने पास सुरक्षित रख सकता है।
भूलेख पोर्टल पर ये सुविधाएँ उपलब्ध हैं –
भूलेख पोर्टल पर आप निम्न सुविधाएँ प्राप्त कर सकतें हैं –
- खतौनी( अधिकार अभिलेख की नकल)
- खतौनी अंश निर्धारण की नकल
- राजस्व ग्राम खतौनी का कोड जानने की ऑनलाइन सुविधा
- भूखंड का यूनीक कोड जानने की सुविधा
- भूखंड के वादे ग्रस्त होने की स्थिति देखने की सुविधा
- भूखंड के विक्रय की स्थिति
इन सब में से सब से ज़्यादा उपयोग होने वाली सुविधा खतौनी की नकल है। इस सुविधा के माध्यम से ज़मीन का मालिक भूमि अधिकार अभिलेख तो ले ही सकता है। पर साथ ही साथ कोई आउट व्यक्ति ज़मीन के मालिक की जानकारी देख सकता है।
भुलेख ऑनलाइन कैसे चेक करें?
भूलेख पोर्टल खतौनी के पूरे जीवन चक्र को बनाएं रखता है। इसके जरिए भूलेख एपीआई के प्रयोग से भू-अभिलेख डाटा, इसके मालिक की जानकारी, आदि देख सकते हैं। इसके लिए यूपी भूलेख की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। इसकी वेबसाइट upbhulekh.gov.in है।
ये स्टेप्स करें फॉलो
- गूगल ब्राउजर पर वेबसाइट upbhulekh.gov.in सर्च करें। डायरेक्ट जाने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- इसके बाद वेबसाइट पर दी ऑनलाइन सुविधाओं को देखें। ये लिस्ट वाइज दी गई हैं।
- जिस भी सुविधा को देखना हो उस पर क्लिक करें
- क्लिक करने के बाद एक नया पेज खुलेगा। इसमें आपको कैप्चा दिया जाएगा। जो नंबर या अल्फाबेट फार्म में होगा। इन्हें सही-सही भरकर सबमिट करना होगा।
- एक बार फिर नया पेज ओपन होगा। जिसमें अपना जिला, तहसील, ग्राम, खसरा, खतौनी, नंबर या सर्वे नंबर या पट्टे की जानकारी आदि के बारे में पूछा जाएगा।
- जो भी जिला आपका है उसको चुने, फिर तहसील चुनना होगा। इसके बाद ग्राम चुनना होगा। अगर ग्राम सूची में नहीं हैं तो पहला अक्षर भी चुन सकते हैं।
- अब अपनी जमीन की जानकारी देनी होगी। इसके लिए खसरा, खाता, खातेदार का नाम आदि के जरिए भी खोजा जा सकता है।
- अब जो भी जानकारी मांगी उसका विवरण दें और जो बॉक्स आया है उस पर क्लिक करे।
- सारी जानकारी सही-सही भरने के बाद भूलेख का पूरा ब्यौरा आपके कंप्यूटर पर दिखाई देगा।
- इस ब्यौरे को आप डाउनलोड कर सकते हैं या प्र्रिंट-आउट के तौर पर भी निकाल सकते हैं।
भूलेख के फायदे –
भूलेख या जमीन के कागजात होने पर जमीन पर मालिकाना हक रहता है। इसमें जमीन का पक्का ब्यौरा होता है। यहीं नहीं बैंक लोन भी इसके जरिए आसानी से लिया जा सकता है। कागजों की संभाल पूरी होने की वजह से बैंक से किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती। वहीं अगर जमीन का बंटवारा हो तब भी ये बहुत काम आता है। इसके साथ ही फसलों के बीमा में भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आती।
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