बेनामी संपत्ति क्या है? | Benami Property Act full information in Hindi । बेनामी प्रॉपर्टी के सभी नियम और जानकारी

आज के अपने इस आर्टिकल में हम बेनामी संपत्ति के बारे में आपको बतायेगे और साथ में यह भी बतायेगे कि सरकार ने इस तरह के लोगो के लिए किस तरह का कानून बनाये हुए है। अगर आप बेनामी संपत्ति के बारे में जानकारी लेना चाहते है तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े, इस आर्टिकल में हम आपको बेनामी संपत्ति के बारे में सभी जरुरी जानकारी देगे।

अगर आप बेनामी संपत्ति के बारे में जानना चाहते है तो सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि यह बेनामी संपत्ति क्या होती है बेनामी संपत्ति का मतलब उस जमीन से होता है जिस जमीन का कोई वैध मालिक नही होता है।

जैसा कि आप जानते है कि आज के समय में बहुत से लोग टेक्स से बचने के लिए किसी दुसरे व्यक्ति के नाम पर जमीन लेते है और इसके बाद उसको अच्छे पैसे मिलने पर बेच देते है, इससे सरकार को ऐसे लोगो से टेक्स नह मिलता है और इससे मिलने वाले पैसो को ब्लैक मनी की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे लोगो के लिए सरकार ने कई कानून बनाये ही जिसके बारे में आपको इस आर्टिकल में बताया जायेगा।

Benami Property Act full information

बेनामी संपत्ति के लिए सबसे पहले 1988 में कानून लाया गया था जिससे इस तरह के लोगो पर कार्यवाही की जा सकती थी लेकिन यह कानून लोगो को नही रोक सका और इसके बाद इसमें नवंबर 2016 में संसोधन किया गया जिसमे अगर सरकार किसी व्यक्ति के पास बेनामी संपत्ति पकडती है तो उसके उसको सरकार द्वारा जब्त करके पूरी तरह से सील कर दिया जायेगा। हालकि केंद्र सरकार ने ऐसे लोगो और इस बेनामी संपत्ति से होने वाली ब्लैक मनी के खिलाफ एक बड़ा एक्शन लिया है जिसके बारे में आपको इस आर्टिकल में बताया जायेगा, तो अगर आप यह जानकारी लेना चाहते है तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

बेनामी संपत्ति क्या है? | What is benami property

बेनामी संपत्ति क्या है

बेनामी संपत्ति को और भी कई नामों से जाना जाता है, कई लोग इसको बेनामी प्रॉपर्टी भी कहते है। इस बेनामी संपत्ति का मतलब होता है ऐसी सम्पति जिसका कोई बैध मालिक ना हो, या फिर आप कह सकते है कि ऐसी सम्पति जो किसी के नाम पर ना हो, ऐसी सम्पति को हम बेनामी संपत्ति कहते है।

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अब आपके दिमाग में यह सवाल आ सकता है कि आज के समय में ऐसी कोई जमीन नही है जिसका कोई मालिक नही है तो आपको बता दू कि जब कोई व्यक्ति इनकम टेक्स से बचने के लिए किसी प्रॉपर्टी को अपने नाम से ना खरीद कर किसी और व्यक्ति के नाम से खरीदता है और उस सम्पति का लाभ खुद लेता है तो इस तरह से खरीदी हुई प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति कहते है और आज के समय में ऐसी सम्पति को लेना अवैध मन जाता है। इस प्रक्रिया में जिस व्यक्ति के नाम से बेनामी प्रॉपर्टी खरीदी जाती है उस व्यक्ति को बेनामदार कहा जाता है।

इसके अलावा उस प्रॉपर्टी को भी बेनामी संपत्ति कहा जाता है जब एक व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को अपने नाम से प्रॉपर्टी खरीदने के लिए पैसे देता है और इसके बाद वह व्यक्ति अपने नाम पर उस व्यक्ति के लिए जमीन खरीदता है, और इस प्रोसेस में भी इस प्रॉपर्टी का लाभ उसी व्यक्ति को मिलता है जो पैसे देता है, अब अगर आप यह सोच रहे है कि जब एक व्यक्ति पैसे देकर जमीन खरीद रहा है तो सरकार को इससे क्या प्रॉब्लम है तो आपको बता दू कि इस प्रोसेस में जब वः व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर जमीन लेकर बेचता है तो सरकार उस व्यक्ति से इनकम टेक्स नही ले पाती है और इस कारण इस प्रोसेस को क़ानूनी तौर से अवैध माना जाता है।

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बेनामी संपत्ति के तहत कौन कौन सी प्रॉपर्टी शामिल होती है?

सरकार द्वारा ऐसी बहुत सी प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति के दायरे में रखा गया जो इनकम टेक्स की चोरी करते है। इस बेनामी संपत्ति को भारतीय संविधान में चल, अचल, Tangible, Intangible को बेनामी संपत्ति के दायरे में सम्मिलित किया गया है। अगर आप नही समझे तो आपको बता दू कि जब कोई व्यक्ति किसी भी तरह की कोई प्रॉपर्टी खरीदता है और अगर वह उससे टेक्स की चोरी करता है तो इस प्रोसस को बेनामी संपत्ति कहा जाता है।

अगर आप सरकार से छिप कर किसी तरह की किसी प्रॉपर्टी को खरीदते है या फिर बेचते है और सरकार को इसके बारे में नही बताते है तो आपकी यह प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति के रूप में देखा जायेगा। अब अगर अपनी पत्नी या फिर अपने बच्चों के नाम पर प्रॉपर्टी को खरीदते है और सरकार को इसके बारे में नही सूचित करते है या फिर इस्पे लगने वाला इनकम टेक्स आप सरकार को नही देते है तो सरकार आपकी उस सम्पति को बेनामी संपत्ति बोल कर सील कर सकती है और आपको जेल भी हो सकती है।

बेनामी संपत्ति के तहत किस तरह की प्रॉपर्टी नही आती है?

अब अगर आप किसी तरह की कोई प्रॉपर्टी को खरीदते है और आप यह जानना चाहते है कि क्या वह बेनामी संपत्ति में आती है या नही, तो इसके बारे में अभी जरुरी जानकारी नीचे दी जा रही है, जिसे आप पढ़ सकते है।

  •  अगर आप किसी ऐसी प्रॉपर्टी को खरीदते है जिसका इस्तेमाल आपके दूसरे फैमिली मेंबर ले रहे है तो इस तरह की प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति के दायरे में नही रखा जायेगा, इसके अलावा आप इस तरह की प्रॉपर्टी को अपने किसी भी फॅमिली मेम्बर के नाम पर ले सकते है।
  •  एक कोई व्यक्ति जॉब कर रहा है और वह अपना इनकम टेक्स नियमित रूप से भर रहा ही और वह किसी तरह की किसी प्रॉपर्टी को अपने नाम पर या फिर अपनी पत्नी या फिर अपने बच्चे के नाम पर खरीदता है तो इस तरह की प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति नही माना जायेगा।
  •  यदि आप एक प्रॉपर्टी डीलर है और किसी तरह की कोई प्रॉपर्टी को किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर खरीदना चाहते है और आप अभी सरकारी काम पूरे करते है तो आपकी उस प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति नही माना जायेगा। जैसे अगर कोई व्यक्ति किसी ट्रस्ट के नाम पर कोई प्रॉपर्टी लेता है या फिर वह एक Executor है, बिज़नस पार्टनर है या एक डिपोजिटरी है तो उस प्रॉपर्टी को वैध माना जायेगा।
  • अगर कोई व्यक्ति अपने किसी भाई अथवा अपनी बहन के नाम से किसी तरह की कोई भी प्रॉपर्टी खरीदता है तो भी उस प्रॉपर्टी को बेनामी बेनामी संपत्ति नहीं कहा जायेगा।

बेनामी संपत्ति के लिए सरकार द्वारा तय किया गया जुर्माना और सजा ।

अगर आप भी किसी तरह की कोई प्रॉपर्टी को खरीदते है या फिर बेचते है तो आपको भारतीय संविधान द्वारा इस तरह के जुर्म के लिए तय की गयी सजा के बारे में पता होना चाहिए, बेनामी संपत्ति के लिए सरकार ने जुर्माने के साथ साथ सजा का भी प्रावधान किया है तो अगर आप यह जानकारी लेना चाहते है तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

  • अगर कोई व्यक्ति इस तरह के बेनामी संपत्ति क मामले में पकड़ा जाता है जो सरकार उस नागरिक पर उसकी उस प्रॉपर्टी के मार्केट वैल्यू का 25 फीसदी के बराबर तक उस व्यक्ति पर जुर्माना लगा सकती है और उस व्यक्ति को कम से कम 1 वर्ष से अधिकतम 7 वर्ष तक की जेल की सजा हो सकती है।
  • अगर आप एक प्रॉपर्टी डीलर है और अधिकारी आपसे पूछताछ करती है और आप उस आधिकारी को गलत जानकारी देते है तो सरकार आपको प्रॉपर्टी के मार्केट वैल्यू का 10 फीसदी के बराबर जुर्माना लगा सकती है और आपको 6 महीने से पाच वर्ष तक की जेल हो सकती है।

भारतीय बेनामी संपत्ति अधिनियम

भारतीय संविधान में इस बेनामी संपत्ति के लिए भी एक अधिनियम पारित किया गया है अगर आप इस अधिनियम का उल्लघन करते है तो सरकार आपको इसके लिए सजा दे सकती है। भारतीय संबिधान द्वारा इस बेनामी संपत्ति के लिए तय किये गये सभी नियमो के बारे में नीचे बताया गया है।

बेनामी संपत्ति अधिनियम 1988 :

यह अधिनियम सबसे पहले सन 1988 में पारित किया गया था और इसमें पारित किये गये कानून के बारे मे नीचे बताया जा रहा है।

  •  यह कानून जम्मू और कश्मीर को छोड़कर भारत के सभी राज्यों के लिए पारित किया गया था जिसमे कहा गया है किअगर कोई एक व्यक्ति द्वारा किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से किसी तरह कोई चल या अचल प्रॉपर्टी खरीदता है लेकिन इस प्रॉपर्टी का लाभ सिर्फ पहले व्यक्ति को ही मिलता है तो तरह की संपत्ति को बेनामी संपत्ति कहा जायेगा और यह अवैध होगी।

बेनामी संपत्ति अधिनियम 2015 :

  • इस अधिनियम में बेनामी संपत्ति के कुछ पुराने नियम में बदलाव किया गया है जिनके आधार पर कोई व्यक्ति अपनी संपत्ति को बेनामी होने से बचा सकता है क्योंकि पहले इस अधिनियम में ऐसा उल्लेख नही था जिससे लोगो को समस्या होती थी।
  • इस अधिनियम के अनुसार कोई संयुक्त परिवार या फिर उस परिवार का कोई सदस्य किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से संपत्ति खरीद सकता है लेकिन उसके लिए उस व्यक्ति को अपने उस परिवार की कुल इनकम को एक साथ दिखाना होगा, अगर ऐसा होता है तो उस व्यक्ति की उस प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति नही माना जायेगा।
  • यदि किसी चल या अचल संपत्ति को रखने वाला व्यक्ति इनकम टेक्स देता है तो उसकी उस सम्पति को बेनामी संपत्ति नही माना जायेगा।
  •  कोई भी व्यक्ति अपनी पत्नी और अपने बच्चो के लिए किसी तरह की कोई भी चल या अचल सम्पति को खरीद सकता है।

बेनामी संपत्ति अधिनियम 2016 :

यह अधिनियम पहले के सभी अधिनियम को और भी बेहतर बनाने के लिए बनाया गया है, और इस अधिनियम के तहत कुछ नये कानून को बनाया गया है जिससे बेनामी संपत्ति को कम किया जा सके।

भारतीय संबिधान के इस नये नियम के अनुसार यदि कोई व्यक्ति किसी संपत्ति के लेन-देन में उस सम्पति के असली मालिक को कुछ पैसों का लालच देकर किसी अन्य नागरिक के नाम पर संपत्ति को बेचता या खरीदता है तो इस तरह की सम्पति को भी बेनामी संपत्ति कहा जायेगा।

बेनामी संपत्ति जांच आयोग :

इस बेनामी संपत्ति अधिनियम के तरह सरकार द्वारा चार आयोग का गठन किया गया है, जो देश भर में इस तरह की बेनामी संपत्ति की जांच करते है और ऐसे लोगो को जो इस तरह का काम करते है उनको कानून के तहत दोषी पाए जाने पर सजा दिलाते है। जिनके बारे में नीचे बताया जा रहा है।

• इनिशिएटिंग ऑफिसर या पहल अधिकारी
• अप्प्रूविंग अथॉरिटी यानि प्राधिकरण की मंजूरी
• एड्मिनिसट्रेटर अथॉरिटी या प्रशासन प्राधिकरण
• एडजुडीकेटिंग अथॉरिटी

निष्कर्ष

देश के कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के लिए भारत सरकार ने विभिन्न प्रकार के नियम और कानून बनाया है। फिर इन्हीं कानून के आधार पर सरकारी और अन्य गैर सरकारी कार्य को आगे बढ़ाया जाता है।

जैसे कि भारत सरकार के द्वारा ज़मीन से जुड़े अनेक कानून बनाये गूए है जिसमे से आज हमने आपको महत्वपूर्ण कानून बेनामी संपत्ति क्या है? Benami Property Act full information in Hindi । बेनामी प्रॉपर्टी के सभी नियम और जानकारी के बारे में आपको डिटेल में आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है। जो कि आज के समय में लोगों के लिए काफी उपयोगी जानकारी है। इसके बारे में सभी को पता होना बहुत जरूरी है।

उम्मीद करता हूं कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई होगी। और आपको इस आर्टिकल में बेनामी संपत्ति से जुड़े संपूर्ण जानकारी मिल गयी होगी। आपको जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताएं। बाकी अगर आप  इससे जुड़ी अन्य किसी जानकारी के बारे में जानना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं।हम जल आपकी कोई सहायता करेंगे।

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