मार्केट कैप क्या है? | मार्केट कैप के प्रकार | Market cap in Hindi

आज के डिजिटल युग में लोग ऑनलाइन शेयर मार्केट (share market) में निवेश करके बहुत सारा पैसा कमा रहे है। शेयर बाजार में इन्वेस्ट करके कमाई (Earnings) करना तो आसन हैं। किंतु शेयर मार्केट शुरू करने से पहले आपको इससे संबंधित सभी जानकारी होना बेहद आवश्यक हैं क्योंकि अगर बिना किसी जानकारी (Information) के आप या फिर कोई भी निवेशक निवेश करता है तो उसे मुनाफे की स्थान पर नुकसान (Disadvantages) झेलना पड़ सकता है।

अगर आप शेयर मार्केट में नए हैं तो पहले आपको Market Capitalization के बारे में जरूर पता होना चाहिए। क्योंकि यह एक ऐसा डाटा है जिसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद निवेशक (Investors) ऑनलाइन ट्रेडिंग या निवेश करते समय के सही निर्णय लेने में काफी मददगार रहता है। अगर आप शेयर बाजार में नए है

और आप मार्केट कैप (Market capitalization) के संबंध में जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आप सभी के लिए यह पोस्ट बहुत ही उपयोगी (Useful) होने वाली है क्योंकि आज मैं आप लोगों के लिए Market Cap क्या होता है? तथा शेयर मार्केट के लिए यह महत्वपूर्ण क्यों है? इसके विषय में चर्चा (Discussion) करेंगे तो आपका ज्यादा समय न लेते हुए चलिए मार्केट कैपिटलाइजेशन के बारे में जानते है-

मार्केट कैप क्या है? (What is market cap?)

मार्केट कैप का पूरा नाम मार्केट कैपिटलाइजेशन हैं जिससे सामान्यतया मार्केट कैप के नाम से भी जाना जाता है। सीधे शब्दों में कहें तो यह टोटल मार्केट वैल्यू (Total market value) होती है जो शेयर मार्केट में निवेश करने वाले लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण डेटा होता है। जिसे कंपनियों के द्वारा जारी किए जाने वाले बकाया शेयर (Outstanding shares) की संख्या को वर्तमान समय में चल रही वास्तविक शेयर मूल्य (Actual share price) से गुणा करके निकाला जाता है।

मार्केट कैप क्या है मार्केट कैप के प्रकार Market cap in Hindi

मार्केट कैप एक ऐसा डाटा होता है जो निवेशकों को भविष्य में सही तरीके से निवेश (Investment) करने तथा उससे होने वाले खतरे एवं मिलने वाले लाभ के बारे में सटीक जानकारी (Accurate information) प्राप्त करने में काफी सहयोग करता है। क्योंकि मार्केट कैपिटलाइजेशन के माध्यम से कंपनी की वास्तविक आकार (Actual size) का पता चलता है लेकिन अभी भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो मार्केट कैप कितने प्रकार के होते हैं? अगर आप भी मार्केट कैप के प्रकार के बारे में जानना चाहते है तो अंत तक हमारे साथ इस आर्टिकल में जुड़े रहें-

मार्केट कैप के प्रकार (Types of market cap)

किसी भी कंपनी की टोटल मार्केट वैल्यू (Total market value) के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतुमार्केट कैपिटलाइजेशन को निम्नलिखित तीन भागों में बांटा गया है. अगर आप मार्केट कैप के प्रकार (Types of market cap) के बारे में नहीं जानते हैं तो आप नीचे बताए जाने वाले बिंदुओं को ध्यान पूर्वक पढ़ कर इसके प्रकार के बारे में जान सकते हैं जो निम्नलिखित प्रकार से नीचे बताए गए हैं-

Large Cap

इस प्रकार के मार्केट कैंप मैं उन कंपनियों को शामिल किया जाता है जो कई 10 को से शेयर मार्केट में बहुत अच्छी प्रदर्शन (Performance) कर रहे हैं और अपने निवेशकों को निरंतर रिटर्न (Returns) प्रदान कर रही है। यह ऐसी कंपनी होती हैं, जिनकी कुल बाजार पूंजीकरण (Market capitalization) ₹20000 करोड़ रुपए या फिर उससे अधिक होती है।

आज के समय में भारतीय शेयर मार्केट (Indian share market) में 180 से भी अधिक Large Market Cap कंपनी मौजूद हैं जो मंदी होने के बावजूद भी स्टेबलर रहती हैं और निरंतर अपना मुनाफा बनाए रखती है।

Mid Cap

लार्ज कैप की तुलना में मिडकैप के अंतर्गत आने वाली कंपनियों अस्थिरता (Volatility) अधिक होने के कारण निवेश पर थोड़ा रिस्क बना रहता है लेकिन निवेश के मामले में मिडकैप (Mid cap) के अंतर्गत आने वाली कंपनियों को नियर लीडर (Near leader) माना जाता है।

वह कंपनी जिनकी मार्केट कैप ₹5000 करोड़ रुपए से लेकर ₹20000 करोड़ रुपए के बीच में होता है, उन्हें मिड कैप की लिस्ट में शामिल किया गया है जो लंबे समय में उच्च विकास (High growth) करने एवं कंपनी को एक लार्ज कैप कंपनी बनाने के चांस अधिक होते हैं।

Small Cap

आज के समय में स्टॉक मार्केट में 80% से अधिक स्मॉल कैप कंपनीज (Small cap companies) हैं यह ऐसी कंपनी है जिनका मार्केट कैप लगभग 5000 करोड़ से कम होता है, आकार (Size) में छोटी होने के कारण इनके ग्रोथ करने के मौका (Chance) अधिक होते हैं।

जिसकी वजह से अधिकतर निवेशक इन कंपनियों में इन्वेस्ट (Invest) करते है लेकिन इन कंपनियों में निवेश करना अस्थिर और बहुत ही रिस्क भरा होता है क्योंकि मार्केट कैप कम (Less) होने की वजह से यह खुद को स्टेबल बनाए नहीं रख पाती है और कुछ ही समय में डाउन (Down) हो जाती है।

मार्केट कैप की गणना कैसे होती है?

जैसा कि हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि मार्केट कैप की गणना कंपनियों के द्वारा जारी किए जाने वाले बकाया शेर की संख्या को वर्तमान समय में शेयर्स की वास्तविक संख्या से गुणा करके निकाला जाता है जिसका फार्मूला कुछ इस प्रकार है जैसे-

बाजार पूंजीकरण = वर्तमान शेयर मूल्य x कंपनी द्वारा जारी कुल शेयर्स (Market Capitalization = Current Share Price x Total Outstanding Shares)

मार्केट कैपिटलाइजेशन क्यों महत्वपूर्ण है?

मार्केट केपीटलाइजेशन की मदद से किसी भी कंपनी की वास्तविक आकार (Actual size) का पता है लगाया जा सकता है जिसकी वजह से निवेशकों (Investors) को दो कंपनियों की तुलना करने में होने वाले रिस्क की पॉसिबिलिटी का अंदाजा लगाने में मदद मिलती है और निवेशक सही इन्वेस्टमेंट से जुड़े निर्णय (Decision) ले सकते हैं। इतना ही नहीं उस के माध्यम से कंपनी की फ्यूचर पॉसिबिलिटी, ग्रोथ और रिटर्न के बारे में भी अंदाजा लगाया जा सकता है।

किसी भी कंपनी की मार्केट कैप जितनी अधिक होगी है, उस कंपनी के ग्रोथ (Growth) करने की संभावना उतनी ही अधिक होती है इसलिए अगर आप किसी भी कंपनी में इन्वेस्टमेंट करने जा रहे हैं तो पहले उसके मार्केट कैप के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें शेयर मार्केट (Share market) में निवेश करने के लिए मार्केट कब की जानकारी होना बेहद आवश्यक है।

market cap Related FAQs

मार्केट कैंप और इंटरप्राइजेज वैल्यू दोनों में क्या फर्क है?

मार्केट कैप के द्वारा किसी भी कंपनी की टोटल वैल्यू के बारे में तथा उसके द्वारा जारी किए गए शेयर के प्राइस के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलती है वही इंटरप्राइजेज कैप में कंपनी की असल कीमत का पता चलता है।

क्या किसी भी चीज की मार्केट कैप निकाली जा सकती है?

जी हां आज जितनी भी वैल्यूवाल् चीजें मौजूद हैं उन सभी की आसानी से मार्केट कैप निकाला जा सकता है जिसका फार्मूला बाजार पूंजीकरण = वर्तमान शेयर मूल्य x कंपनी द्वारा जारी कुल शेयर्स है।

Free Float Market Capitalization क्या होता है?

इस प्रकार के मार्केट कैप में उन कंपनियों के शेयर कैलकुलेट के लिए जाते हैं जो इस स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड करने के लिए मौजूद हैं। इन शेयर्स में उन शेयर को शामिल नहीं किया जाता जो किसी कंपनी इस क्लोजर या फिर सरकारी अथवा प्राइवेट संस्था के द्वारा होल्डर करके रखे जाते हैं।

स्टॉक मार्केट में हाय हेलो कौन सा मार्केट कैंप अच्छा होता है?

यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप किस मार्केट कैंप को एनालाइज करके हाई अथवा लो स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं।

निष्कर्ष

स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए प्रत्येक कंपनी की मार्केट वैल्यू के बारे में जानकारी होना बेहद आवश्यक है क्योंकि इसके माध्यम से आपको होने वाले प्रॉफिट और कंपनी की ग्रोथ के बारे में अंदाजा लगाने में आसानी होगी अगर आपको मालूम नहीं है कि किसी भी कंपनी की टोटल मार्केट वैल्यू का पता कैसे लगाएं .

तो आज हमने अपने इस आर्टिकल के माध्यम से मार्केट कैप क्या है? के संबंध में पूरी जानकारी प्रदान की है जिसके माध्यम से आप स्टॉक एक्सचेंज जारी करने वाली किसी भी कंपनी की टोटल मार्केट वैल्यू के बारे में पता कर सकते हैं।

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