प्रार्थना पत्र कैसे लिखे – दोस्तों अगर आप इंटरनेट पर Prarthna Patra Hindi Mein, बीमारी के लिए प्रार्थना पत्र हिंदी में, बीमारी की अर्जी हिंदी में, बीमारी की एप्लीकेशन हिंदी में, बुखार के लिए एप्लीकेशन हिंदी में, छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र, Leave Application In Hindi आदि से सम्बंधित जानकारी या आर्टिकल्स की तलाश में थे तो आप बिलकुल सही जगह पर है आजकी पोस्ट आपके लिए ही है क्योकि इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे Application In Hindi, छुट्टी के लिए एप्लीकेशन कैसे लिखे हिंदी में
प्रार्थना पत्र वे औपचारिक पत्र होते है, जिसमें किसी विषय पर बात करने के लिए या फिर प्रार्थना करने के लिए लिखा जाता है। आज आप जानेंगे की प्रार्थना पत्र किसे कहते हैं और प्रार्थना पत्र कैसे लिखें। जब कभी भी आपको अपने किसी विद्यालय या फिर कार्यालय के लिए किसी प्रकार का अनुरोध करना होता है या फिर आप छुट्टी मांगने के लिए अनुरोध करते हैं तब आप को प्रार्थना पत्र लिखने की आवश्यकता पड़ती है।
तो आइए जानते है, कि प्रार्थना पत्र कितने प्रकार के होते हैं और प्रार्थना पत्र कैसे लिखें :-
प्रार्थना पत्र क्या है?
प्रार्थना पत्र उन पत्रों को कहा जाता है, जो किसी प्रकार के अनुरोध के लिए या फिर किसी विषय से संबंधित प्रार्थना करने या छुट्टी से संबंधित प्रार्थना के लिए किसी भी विभाग के व्यक्ति या फिर प्रबंधक को लिखा जाता है। प्रार्थना पत्र में आप किसी प्रकार की छुट्टी, या फिर किसी प्रकार के कार्य से संबंधित अनुरोध करने के लिए लिख सकते हैं।
मान लीजिए कि आप के बैंक खाते से संबंधित कोई समस्या आती है या फिर उसे बंद कर दिया जाता है तो उसे फिर से चालू करने के लिए आपको बैंक के प्रबंधक के पास प्रार्थना पत्र लिखना होगा। इसी प्रकार यदि आप किसी विद्यालय या फिर कॉलेज के छात्र हैं तो आपको किसी भी कारणवश छुट्टी लेने के लिए कॉलेज या स्कूल के प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र लिखने की आवश्यकता होगी।
यदि आप किसी सरकारी कार्यालय में काम करते हो तो आपको किसी भी विषय से संबंधित प्रार्थना करने के लिए अपने सीनियर अधिकारी को प्रार्थना पत्र लिखना होता है। यह समझना बहुत ही आसान है कि प्रार्थना पत्र किसे कहते हैं आइए अब जानते हैं, कि प्रार्थना पत्र कैसे लिखा जाता है तथा पत्र कितने प्रकार के होते हैं?
पत्र कितने प्रकार के होते हैं?
वैसे तो पत्र दो प्रकार के होते हैं औपचारिक और अनौपचारिक, तो चलिए अब जानते हैं कि औपचारिक तथा अनौपचारिक पत्र किसे कहा जाता है।
औपचारिक पत्र – औपचारिक पत्र में किसी प्रकार की कोई शिकायत, अनुरोध, सुधार कार्य, या फिर किसी प्रकार की प्रार्थना के लिए लिखा जाता है।
अनौपचारिक पत्र – अनौपचारिक पत्र में आप अपने रिश्तेदार, दोस्त या माता-पिता को किसी प्रकार की कोई जानकारी या फिर किस प्रकार की बधाई देने के लिए लिख सकते हैं।
लेकिन ध्यान रहे कि यदि आप प्रार्थना पत्र लिख रहें हैँ तो उसे औपचारिक ढंग से ही लिखा जाएगा कोई भी प्रार्थना पत्र औपचारिक पत्रों में आता है। अब आप यह जान गए होंगे की प्रार्थना पत्र क्या होता है और यह कितने प्रकार के होते हैं आइए अब जानते है कि प्रार्थना पत्र कैसे लिखा जाता है, प्रार्थना पत्र लिखने के क्या तरीके होते है।
प्रार्थना पत्र कैसे लिखें
प्रार्थना पत्र लिखने के लिए आपको औपचारिक भाषा का इस्तेमाल करना आवश्यक है। मान लीजिए कि आप किसी विद्यालय के छात्र है और आपको 3 दिन की छुट्टी के लिए प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र लिखना है तो आइए जानते है कि आप इस पत्र को कैसे लिख सकते है ?
सेवा में
श्रीमती प्रधानाचार्य जी
राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय
त्रिलोक पूरी ब्लॉक 27
दिल्ली-91
विषय- अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र
महोदया,
सविनय निवेदन यह है, कि पिछले कुछ दिन से मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है। मुझे तेज बुखार के साथ खांसी और जुखाम भी है, इसी कारण वश में विद्यालय में पढ़ाई के लिए उपस्थित नहीं हो सकती/सकता। घर के नजदीकी अस्पताल से मेरा उपचार चल रहा है, डॉक्टर की सलाह के अनुसार मुझे 3 दिन तक बिस्तर पर रहने के लिए कहा गया है।
अतः आपसे नम्र निवेदन है, कि कृपया मुझे 3 दिन का अवकाश प्रदान करें मैं आपकी सदा आभारी रहूंगी/रहूँगा।
आपकी आज्ञाकारी छात्रा/शिष्य
नाम – XYZ
पता – XYZ
दिनाँक – 00.00.00
हस्ताक्षर – XYZ
प्रार्थना पत्र लिखने हेतु ध्यान देने योग्य बातें
- Application लिखते समय आप स्वच्छता का ध्यान अवश्य रखें। जिस पेज पर आप प्रार्थना पत्र लिख रहें है वह सफेद और साफ सुथरा होना आवश्यक है।
- प्रार्थना पत्र में किसी भी समस्या की पूरी जानकारी देना आवश्यक है तभी प्रार्थना पत्र सुधार करने वाला आपकी समस्या को समझ पाएगा।
- जब भी आप प्रार्थना पत्र लिखना शुरू करें तो शुरुआत में ‘सेवा में’ शब्द ज़रूर लिखें।
- प्रार्थना पत्र लिखते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि आप जिस अधिकारी को एक पत्र लिख रहे हैं उसका पद, संस्था का नाम, और उस संस्था का पूरा पता अवश्य लिखें।
- किसी विषय पर आप प्रार्थना पत्र लिख रहे हैं प्रार्थना पत्र शुरू करने से पहले की पंक्ति में उस विषय को अवश्य लिखें।
- प्रार्थना पत्र लिखने के बाद अंतिम शब्दों में अपना नाम और कक्षा या फिर अपना पद अवश्य लिखें।
- प्रार्थना पत्र क्या लिखने के बाद ‘आपका विश्वास पात्र’ ‘आपका आज्ञा करी’ शब्दों का इस्तेमाल अवश्य करें।
बैंक या कार्यालय को पत्र कैसे लिखे
यदि आप किसी विद्यालय के छात्र ना होकर आप किसी कार्यालय के अधिकारी हैं या फिर आप किसी बैंक में अपने खाते से संबंधित किसी प्रकार का कोई प्रार्थना पत्र लिखना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको बैंक के प्रबंधक के पद का नाम, बैंक का नाम, उस बैंक का पूरा पता अवश्य लिखें।
पत्र शुरू करने से पहले पत्र लिखने के कारण को बताने के लिए ‘विषय’ में उसे स्पष्ट करें। पत्र में अपने खाता नंबर के साथ समस्या को लिखें और पत्र लिखने के बाद अपने नाम और मोबाइल नंबर जरूर लिखें।
इस प्रकार आप किसी भी कार्यालय के लिए, या फिर किसी भी समस्या के लिए तथा किसी तरह के सुधार कार्य के लिए प्रार्थना पत्र लिख सकते हैं। हम आप यह भली भांती जान गए होंगे कि किस प्रकार आप प्रार्थना पत्र लिख सकते हैं। आप को प्रार्थना पत्र लिखने के लिए किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
निष्कर्ष:-
उम्मीद है, आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी होगी, इस लेख में आपको प्रार्थना पत्र कैसे लिखें’ से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी दी गई है। साथ ही उदाहरण के माध्यम से यह समझाने की पूरी कोशिश की गई कि आपका अच्छा पत्र कैसे लिख सकते हैं। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें।
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यदि आप किसी भी कार्यालय में या फिर किसी भी कारणवश प्रार्थना पत्र लिखना चाहते हैं, तो लेख के माध्यम से आप अच्छा उदाहरण ले सकते हैं। यदि आप इस लेख से संबंधित किसी प्रकार का कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं।
Thank You….