ASHA Yojana Online Apply | झारखण्ड आजीविका संवर्धन हुनर अभियान | आजीविका संवर्धन हुनर अभियान एप्लीकेशन फॉर्म | ASHA Yojana In Hindi
हमारे देश में अभी भी महिलाओं को अपनी आजीविका चलाने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिसके लिए देश में सरकार कई योजनाओं को शुरू करती है। इसी क्रम में झारखण्ड सरकार ने भी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan की शुरूआत की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा 29 सितम्बर 2024 को फूलो झानो आशीर्वाद अभियान का शुभारंभ और पलाश ब्रांड (Palash Brand) का अनावरण भी किया गया। इन सभी योजनाओं का उदेश्य ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ना है। जिससे की राज्य की गरीब व असहाय महिलाएं आत्मनिर्भर बन सके।
Jharkhand ASHA Yojana क्या है?
हुनर अभियान के तहत राज्य की महिलाओं को कृषि आधारित आजीविका, पशुपालन, वनोपज संग्रहण, उद्यमिता समेत स्थानीय संसाधनों से जुड़े स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।आजीविका संवर्धन हुनर अभियान (ASHA) के तहत 17 लाख परिवारों तक आजीविका के अवसर प्रदान किये जायेंगे। यहां इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको झारखंड आजीविका संवर्धन हुनर अभियान क्या है?, इसका उद्देश्य, लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया आदि की जानकारी विस्तार से प्रदान करेंगे। जिसके लिए आपको यह आर्टिकल अंत तक ध्यान से पढ़ना होगा।
झारखण्ड आजीविका संवर्धन हुनर अभियान 2024
अब आप सभी के मन में सवाल होगा की Jharkhand ASHA Yojana क्या है? तो आईये जानते हैं- जैसा की हमने आपको बताया की Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan की शुरुआत महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए की है। इसके अंतर्गत राज्य की ग्रामीण महिलाओं को स्थानीय संसाधनों से जुड़े स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये जायेंगे। जैसे -कृषि आधारित आजीविका, पशुपालन, वनोपज संग्रहण, वनोपज प्रसंस्करण, उद्यमिता आदि। साथ योजना के शुरू होने के बाद कोई भी महिला सड़क पर हड़िया-दारु बेचती नहीं दिखेगी। मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी ने कहा की यह काम महिलाये मजबूरी व आर्थिक तंगी के कारण करती हैं। लेकिन अब Jharkhand Livelihood Promotion Skill Campaign 2024 के माध्यम से महिलाओं को रोजगार प्राप्त करने में किसी प्रकार का सामना नहीं करना होगा। जिसके चलते उन्हें अब सड़क पर हड़िया-दारु बेचने की आवश्यकता नहीं होगी।
योजना का नाम | आजीविका संवर्धन हुनर अभियान |
राज्य | झारखण्ड |
शुरू की गयी | मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी द्वारा |
लांच की तारिक | 29 सितंबर 2024 |
लाभार्थी | झारखंड की महिलाएं |
लाभ | स्वरोजगार |
उद्देश्य | महिला सशक्तिकरण |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द जारी की जाएगी |
झारखंड आजीविका संवर्धन हुनर अभियान का उद्देश्य
झारखण्ड सरकार द्वारा शुरू की गयी आजीविका संवर्धन हुनर अभियान का मुख्य उदेश्य महिलाओं को रोजगार प्रदान करना हैं। जिससे वे अपना जीवन शुखमय ढंग से व्यतीत कर पाए। और उन्हें अपना घर चलाने के लिए हड़िया दारु बेचने की आवश्यकता न पड़े। सरकार के अनुसार Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा और साथ ही साथ उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा।
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM ने आजीविका संवर्धन हुनर अभियान-ASHA’ एवं फूलों-झानो आशीर्वाद अभियान का शुभारंभ तथा पलाश-ब्रांड का अनावरण किया। @Badal_Patralekh @BannaGupta76 @onlineJSLPS @RDD_Jharkhand pic.twitter.com/ArPeVVfhtf
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) September 29, 2024
आजीविका संवर्धन हुनर योजना के लाभ
Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan मुख्य रूप से झारखंड की उन महिलाओं के लिए आरंभ की गई है, जो हड़िया दारू बेचने का काम करती है। इस योजना से जुड़ने के बाद इन महिलाओं को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होंगे –
- हड़िया दारु बेचने वाली महिलाओं को आजीविका चलाने के लिए रोजगार तथा स्व रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
- संवर्धन हुनर योजना के माध्यम से लगभग 17 लाख ग्रामीण परिवारों को जोड़ा जाएगा।
- महिलाओं को योजना के तहत कृषि आधारित आजीविका, पशुपालन, वनोपज संग्रहण, उद्यमिता समेत स्थानीय संसाधनों से जुड़े स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
- योजना के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा। जिसके लिए इस योजना का बजट सरकार द्वारा 600 करोड़ रुपए का निर्धारित किया गया है।
आजीविका संवर्धन हुनर अभियान https://t.co/R694BUIFMx
— JharGovTV (@JharGovTV) September 29, 2024
फूलो-झानो आशीर्वाद योजना क्या है?
आपको बता दें की Phulo Jhano Ashirwad Abhiyan का शुभारंभ झारखण्ड सरकार द्वारा हड़िया-दारु के निर्माण एवं बिक्री से जुड़ीं ग्रामीण महिलाओं को चिह्नित कर सम्मानजनक आजीविका के साधनों से जोड़ने हेतु किया है। इस योजना का कार्यन्वय मिशन नवजीवन (Mission Navjivan) के तहत किया जायेगा। जिसमे अभी तक राज्य की 15 हजार से ज्यादा हड़िया-दारु निर्माण एवं बिक्री से जुड़ीं महिलाओं का सर्वेक्षण किया जा चुका है। इन सभी चिन्हित महिलाओं को इच्छानुसार वैकल्पिक स्वरोजगार एवं आजीविका से जोड़ने का कार्य किया जायेगा। जिनमे से कुछ को आजीविका मिशन के तहत सक्रिय कैडर के रूप में चुना जायेगा। जो अन्य महिलाओं को Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan व Phulo Jhano Ashirwad Abhiyan के बारे में जागरूक करेंगी।
हड़िया दारू का कलंक मिटाने की योजना
हेमंत सोरेन के अनुसार राज्य में बड़ी संख्या में ग्रामीण तबके की महिलाएं परिवार की जरूरतों के लिए दारू हंड़िया बेचने को विवश रही हैं। फुलो झानो आशीर्वाद योजना के जरिये महिलाओं को इस कलंक से मुक्ति दिलायी जायेगी। उन्हें आजीविका के दूसरे साधनों से जोड़ा जायेगा। इसके तहत अब तक 15 हजार से ज्यादा महिलाओं का सर्वेक्षण मिशन नवजीवन के तहत किया जा चुका है। इन महिलाओं की काउंसेलिंग कर मुख्यधारा की आजीविका से जोड़ा जायेगा। आगे भी सरकार इस तरह की योजनाओं को बढ़ावा देगी।
पलाश ब्रांड – विश्वस्तरीय ब्रांड बनाने की दिशा में कार्य
झारखण्ड मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि हम सभी को पलाश ब्रांड को एक विश्वस्तरीय ब्रांड बनाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है। आपको बता दे की पलाश ब्रांड महिलाओं के सशक्तीकरण में पलाश ब्रांड मील का पत्थर साबित हो सकता है। झारखंड सरकार पलाश ब्रांड को महिला एवं सहायता समूह द्वारा उत्पादन किए गए उत्पाद से आगे ले जाना चाहती है।
पलाश ब्रांड (Palash Brand) क्या है ?
यह झारखंड सरकार द्वारा शुरू किया गया अपना एक ब्रांड है। मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने यह भी बताया है कि टाटा और अमूल की तरह इसकी सीमाएं भी बहुत आगे जाएंगी। जिसके लिए ग्रामीण विकास विभाग ने सखी मंडल की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को पलाश ब्रांड के तहत बाजार से जोड़ने की तैयारी पूरी कर ली है। इन उत्पादों राज्य की अच्छी पैकेजिंग, ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग सभी कार्य ग्रामीण महिलाओं द्वारा की जायेगी। जिससे महिलाओं को रोजगार मिल सके और वे हड़िया-दारु जैसे अभिशाप से मुक्त हो पाएंगी।
खूंटी जिला में @onlineJSLPS एवं @DCkhunti द्वारा सखी मंडल की दीदियों के आजीविका संवर्धन हेतु 51 अगरबत्ती मशीन बांटे गए।
लाभुकों को 2 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है, और इनके द्वारा निर्मित अगरबत्ती की बिक्री ‘पलाश ब्रांड’ से बाज़ारों में की जायेगी।@HemantSorenJMM @Alamgircongress pic.twitter.com/I19pJPj8ZV— Rural Development Dept, Jharkhand (JSLPS) (@onlineJSLPS) October 1, 2024
झारखंड आजीविका संवर्धन हुनर योजना अभियान(ASHA) के लिए आवश्यक दस्तावेज
यदि आप इस योजना के तहत अपना आवेदन कर लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास निम्न दस्तावेजों का होना अनिवार्य है।
आधार कार्ड | राशन कार्ड |
निवास प्रमाण पत्र | मोबाइल नंबर |
पासपोर्ट साइज फोटो |
नोट => यह योजना के लिए केवल झारखंड के स्थाई निवासी ही आवेदन कर सकते हैं।
झारखंड आजीविका संवर्धन हुनर अभियान में आवेदन करने की प्रक्रिया
झारखण्ड सरकार द्वारा Jharkhand Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan (ASHA योजना) की अभी केवल घोषणा की है। यदि आप योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं, तो अभी आपको कुछ समय इंतजार करने की आवश्यकता है। आशा है की जल्द ही सरकार Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan की आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च कर आवेदन की प्रक्रिया साझा करगी। जैसे ही हमे योजना की आवेदन से जुडी जानकारी प्राप्त होती है। हम अपने आर्टिकल में अपडेट कर देंगे। आजीविका संवर्धन हुनर अभियान (ASHA) ,फूलो झानो आशीर्वाद अभियान और पलाश ब्रांड (Palash Brand) से जुडी सभी नई अपडेट की जानकारी पाने के लिए हमारी वेबसाइट yojanadhara.in के साथ जुड़े रहें।
आशा करते हैं आपको हमारे लेख के माध्यम से Jharkhand Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan (ASHA योजना) की सभी जानकारी प्राप्त हो गयी होंगी। यदि आपको इससे जुड़े कोई भी प्रश्न पूछने हों, तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में लिख भेजिए। हम जल्द से जल्द आपको जवाब देंगे, अन्य सभी सरकारी योजनाओं की सबसे पहले व सटीक जानकारी पाने हेतु हमारे पेज के साथ जुड़े रहें। धन्यवाद-