दोस्तों आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम बात को केंद्र सरकार के मंत्री हर्षवर्धन जी द्वारा चलाई गई नई योजना के बारे में बताने जा रहा हूं| देश के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री हर्षवर्धन जी ने खाद सुरक्षा मित्र योजना की शुरुआत की है| इस आर्टिकल में हम आपको यही बताएंगे कि इस योजना से किस प्रकार से लाभ मिलेंगे| क्योंकि हमारे देश में खाद सुरक्षा स्वास्थ्य एक बहुत बड़ा मुद्दा बना हुआ है| और यह दोनों चीजें किसी भी देश में बहुत आवश्यक होती हैं| इसी को मद्देनजर रखते हुए सरकार द्वारा इस योजना की शुरुआत की गई है|
खाद्य सुरक्षा योजना
इस योजना के तहत सरकार द्वारा कुछ भोजन मित्र बनाए जाएंगे, जो कि सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाएं जैसे कि सरकारी स्कूल एवं सरकारी संगठनों में मिलने वाला भोजन इत्यादि की गुणवत्ता को चेक करेंगे| अर्थात स्कूलों में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता का निरीक्षण करेंगे| इसके बदले में उन्हें पैसे भी मिलेंगे यानि कि यह एक सरकारी नौकरी की तरह होगा. इस योजना को एक अभियान के तहत चलाया जा रहा है| इस आर्टिकल में हम आपको यही बताएंगे कि यह लोक मित्र कैसे खुलेंगे उनका लाभ कैसे मिलेगा|
खाद्य मित्र योजना का उद्देश्य
खाद्य मित्र योजना का शुरू करने के पीछे एक मुख्य उद्देश्य यह है कि स्कूलों में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता को चेक किया जाए| अतः जो भी भोजन स्कूल में बनाया जा रहा है वह किस तरह का है| यदि उस भोजन में किसी भी प्रकार की कोई कमी ना पाई जाए इसी को मद्देनजर रखते हुए कहा मित्र योजना को शुरू किया गया है| तथा बच्चों कोभोजन मुहैया करायें जिससे उनका स्वास्थ्य अच्छा बना रहे. और साथ ही इस योजना को ग्राउंड लेवल में शुरू करने का निश्चय किया है, ताकि व्यक्तिगत रूप से लोग प्रेरित होकर इसमें जुड़ें|
योजना की श्रेणियां
योजना की तीन श्रेणियां बनाई जाएंगी
- डिजिटल मित्र
- ट्रेनर मित्र
- स्वच्छता मित्र
खाद्य सुरक्षा मित्र योजना के लिए पात्रता
डिजिटल मित्र
- आवेदन कर्ता की आयु 21 वर्ष से लेकर 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए|
- मान्यता प्राप्त बोर्ड प्लस टू पूरी होनी चाहिए|
- मान्यता प्राप्त विद्यालय से किसी भी पाठ्यक्रम में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- आवेदन करता को कंप्यूटर और इंटरनेट का ज्ञान होना चाहिए।
क्या है राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन योजना |
ट्रेनर मित्र
आवेदक का खाद्य विज्ञान, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान, खाद्य स्वच्छता या गृह विज्ञान आदि में से किसी भी विषय में ग्रेजुएशन पूरा होना आवश्यक है|
उपर्युक्त विषय से स्नातक नहीं होने पर आवेदक को निर्धारित नौकरी में 5 या 7 साल का अनुभव होना चाहिए। एफएसएस नियमों और विनियमों का ज्ञान होना चाहिए। वर्ष में कम से कम 20 दिन प्रशिक्षण लेना चाहिए।
कम से कम आवेदक के पास अच्छा संचार कौशल होना चाहिए।